नई दिल्ली: महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) दलों के बीच दरार बुधवार को तब खुलकर सामने आ गई जब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने मुंबई की चार सीटों के लिए समय से पहले लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) पर तीखा हमला बोला.
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, निरुपम ने कहा कि मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट के लिए अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा “गठबंधन धर्म का उल्लंघन” थी और उन्होंने शिव सेना (यूबीटी) नेता को “खिचड़ी चोर” कहा.
निरुपम ने उद्धव सेना गुट पर बिना किसी रोक-टोक के हमला बोलते हुए कहा, शिवसेना ने एक खिचड़ी चोर को टिकट दिया है. हम खिचड़ी चोर उम्मीदवारों के लिए काम नहीं करेंगे.
यह टिप्पणी सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवासियों को ‘खिचड़ी’ के वितरण में कथित अनियमितताओं के संबंध में तलब किए जाने के बाद आई है.
कांग्रेस को और अधिक गुस्सा तब आया जब सेना (यूबीटी) ने मुंबई दक्षिण-मध्य और सांगली में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी क्योंकि उन सीटों पर अभी भी चर्चा चल रही थी.
कांग्रेस नेतृत्व से हस्तक्षेप की मांग करते हुए, निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) पर महानगर की छह सीटों में से एक को एकतरफा आवंटित करके मुंबई में पार्टी को “दफन” करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, मुंबई की छह (लोकसभा) सीटों में से, शिव सेना (यूबीटी) पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक सीट कांग्रेस के लिए दान की तरह छोड़ी गई है. इस फैसले का उद्देश्य मुंबई में कांग्रेस को दफन करना है.