नई दिल्ली: अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय में दो विदेशी छात्र शनिवार रात को शाम की रमज़ान की नमाज़ अदा करते समय अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले के बाद घायल हो गए. हमलावरों ने छात्रावास के कमरों में तोड़फोड़ की और विदेशी छात्रों के एक समूह पर नारेबाजी और पथराव किया, जिससे परिसर के अंदर तनाव पैदा हो गया.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में घटना की पुष्टि की और कहा कि राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. कल अहमदाबाद की गुजरात यूनिवर्सिटी में हिंसा की घटना हुई. राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. झड़प में दो विदेशी छात्र घायल हो गये. उनमें से एक को चिकित्सा सहायता मिलने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. विदेश मंत्रालय गुजरात सरकार के संपर्क में है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने रविवार को ये सब कहा.
क्या है पूरा मामला
परिसर के अंदर एक छात्रावास में रहने वाले विदेशी छात्रों ने दावा किया है कि दूसरे छात्रावास ब्लॉक के कुछ छात्र आए और उनसे छात्रावास परिसर में कहीं भी रमज़ान की नमाज़ अदा न करने के लिए कहा. शिकायत के मुताबिक, शुरुआत में तीन छात्र उन्हें रोकने आए, फिर अचानक 15 अन्य लोग आ गए और देखते ही देखते यह संख्या बढ़कर करीब 200 हो गई. घायल छात्रों एक श्रीलंका से और दूसरा ताजिकिस्तान से है जिनको नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है.
विश्वविद्यालय की कुलपति नीरजा अरुण गुप्ता ने कहा कि संस्थान ने शनिवार रात को प्राथमिकी दर्ज की और आश्वासन दिया कि विदेशी छात्रों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा, हम इस घटना पर अत्यंत तत्परता से विचार कर रहे हैं और हमने फैसला किया है कि हमें जो भी कार्रवाई करनी होगी की जाएगी. इस सवाल पर कि क्या छात्रों को विश्वविद्यालय में तरावीह की नमाज जारी रखने की अनुमति दी जाएगी, उन्होंने कहा कि वह छात्रों के साथ चर्चा करेंगी और कानून के तहत जो भी प्रदान किया जा सकता है उसका पता लगाएंगी