नई दिल्ली : पुलिस ने शनिवार को कहा कि उत्तराखंड के हलद्वानी में हिंसा के कथित मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया है. बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध रूप से बने मदरसे को ध्वस्त करने को लेकर हलद्वानी में हिंसा भड़क गई. स्थानीय लोगों ने इस कदम का विरोध किया, जिसके कारण पथराव, आगजनी और हिंसक टकराव हुआ.
पुलिस के अनुसार, हिंसा में छह लोग मारे गए और पुलिस कर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित सौ से अधिक घायल हो गए. पुलिस के अनुसार, हिंसा में छह लोग मारे गए और पुलिस कर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित सौ से अधिक घायल हो गए.
पुलिस के मुताबिक, अब्दुल मलिक ने मदरसा बनवाया था और उसे गिराने का पुरजोर विरोध किया था. उनकी पत्नी ने भी तोड़फोड़ के नगर निगम के नोटिस को चुनौती देते हुए अदालत का रुख किया था.
मलिक और उनके बेटे अब्दुल मोइद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. गुरुवार को, नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अब्दुल मलिक और उनकी पत्नी सफिया उन छह लोगों में शामिल हैं, जिन पर आपराधिक साजिश रचने और अवैध प्लॉटिंग, निर्माण और जमीन के हस्तांतरण के लिए मृत व्यक्ति के नाम का धोखाधड़ी से इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है.
इससे पहले दिन में, मलिक के वकील ने हलद्वानी अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. जमानत याचिका पर सुनवाई 27 फरवरी को होनी है. वकील ने मलिक को मुख्य आरोपी नामित करने के पीछे के तर्क पर सवाल उठाया. उन्होंने दावा किया कि मलिक हिंसा में शामिल नहीं थे और घटना से दो या तीन दिन पहले इलाके में नहीं थे.