नई दिल्ली: न्यायालय के आदेश पर अवैध जमीन पर बने मदरसा और मस्जिद को हटाने गई पुलिस टीम पर उपद्रवियों की भीड़ ने हमला कर दिया. यह हमला पूरी तरह हिंसा में बदल गया, जिसमें 4 लोगों की मौत के साथ-साथ 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए. लोगों ने भीड़ के बरसते पत्थर देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर आंसू गैस के गोले दागे.
गु्स्साई भीड़ ने सरकारी संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचाया. बस, बाइक और सरकारी गाड़ियों को उपद्रवियों ने आग के हवाले क दिया. हिंसा को काबू में करने के लिए राज्य सरकार ने घटना वाले शहर हल्द्वानी व आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया.
जानिए क्या है मामला
उत्तराखंड के हलद्वानी में अदालत के आदेश के बाद बनभूलपुरा इलाके में एक अवैध मस्जिद को गिराने पहुंची थी.पुलिस टीम के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. महिलाओं और बच्चों सहित प्रदर्शनकारियों ने एक दीवार और आस-पास की इमारतों की छतों के पीछे से पुलिस अधिकारियों पर पथराव और पेट्रोल बम फेंकना शुरू कर दिया. दंगाइयों, जिनमें एक विशेष समुदाय के लोग शामिल थे, ने सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया और पुलिस वाहनों, ट्रांसफार्मर और अन्य संपत्तियों को आग लगा दी.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने दी बड़ी जानकारी
राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में चार लोगों की मौत हो गई. दुर्घटना में 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां जिला मजिस्ट्रेट वंदना सिंह ने उनसे मुलाकात की. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि दंगे पूर्व नियोजित थे और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
इलाके में तनाव बरकरार है और पुष्कर सिंह धामी सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ मौके पर ही गोली मारने का आदेश जारी किया है. क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां तैनात की गई हैं और राज्य के विभिन्न जिलों से अतिरिक्त बल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.
सरकार ने आदेश दिया है कि स्कूल, कॉलेज, दुकानें, बाजार और इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. केवल मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में ही लोगों को बाहर निकलने की अनुमति है.
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता, महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने कहा, हल्द्वानी के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में अर्धसैनिक बल के जवानों की चार कंपनियां भेजी गई हैं. उधम सिंह नगर से पीएसी की दो कंपनियां पहले ही हलद्वानी पहुंच चुकी हैं.