नई दिल्ली: केंद्र बनाम दक्षिणी राज्यों की लड़ाई में लगातार तनाव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है.इसी बीच तीन राज्य यानी कि कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के नेता धन आवंटन में कथित अन्याय के खिलाफ विरोध करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में शामिल होंगे.
बता दें सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार के शीर्ष अधिकारी और अन्य विधायक बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर उतरे और जंतर-मंतर पर चलो दिल्ली विरोध प्रदर्शन शुरू किया. इसी विरोध प्रदर्शन में सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी डीके शिवकुमार भी शामिल हुए थे.
केरल मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का बयान
इसमें विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हुए, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी वित्तीय मामलों में दक्षिणी राज्य के प्रति केंद्र की कथित उपेक्षा के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेंगे.
सूत्रों का तो यह भी कहना है कि संभावना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान भी विरोध प्रदर्शन में विजयन के साथ शामिल हो सकते है.
केरल सरकार का आरोप
केरल के सत्तारूढ़ वाम मोर्चे ने कहा है कि उनका विरोध वित्तीय मामलों में दक्षिणी राज्य के प्रति केंद्र की कथित उपेक्षा के खिलाफ है. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने बुधवार को कहा कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा को इस तरह का संघर्ष करना पढ़ रहा है यह उनके राज्य के अस्तित्व और उन्नति के लिए काफी आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का उद्देश्य केवल केरल ही नहीं बल्कि सभी राज्यों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना है. इस संघर्ष का उद्देश्य किसी पर विजय प्राप्त करना नहीं है, बल्कि आत्मसमर्पण करने के बजाय वह हासिल करना है जिसके हम हकदार हैं. इसके अलावा केरल के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में अपने कार्यालय से भी बयान के जारी किया. राज्य के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने कहा कि केरल की उधारी में भी कटौती की गई है.