India-Afghanistan: खबरों के हवाले से ये मालूम हुआ है, कि अब भारत और अफगानिस्तान के बीच में पूरी तरह से रिश्ते खत्म हो चुके है. इसके साथ ही अफगानी दूतावास को नई दिल्ली से हटाया जा रहा है. इसकी वजह भारत सरकार की लगातार बढ़ रही चुनौतियां बताई जा रही है. जिसके चलते नई दिल्ली से इस दूतावास को अब बंद कर दिया जानें वाला है.
अफगान दूतावास को भारत सरकार से थी ये उम्मीदें
आपको बतादें, कि इस बात का निर्णय अफगान दूतावास ने 30 सितंबर के बाद से जब संचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. उसके बाद ही दूतावास को स्थायी रूप से हटाने और बंद करने के लिए आदेश जारी किए गए है. साथ ही में अपने बयान को जारी करते हुए, दूतावास की तरफ से ये जानकारी दी गई है, कि भारत में लगातार अफगानी समुदाय के लोगों की संख्या में तेजी से गिरावट देखी गई है. जिसके बाद से वीजा की संख्या में भी गिरवाट देखी जा सकती है. ये आकड़ा पिछले तीन महीनों को बताया जा रहा है. जहां पर अफगान से आए शराणर्थी, छात्र और व्यापारियों ने भी अब भारत को छोड़ दिया है. रिपोर्ट में जारी हुए आकड़ों से ये बात सामने आई है, कि पिछले दो सालों में यानि साल 2021 में ही अफगान समुदाय के लोगों की संख्या में भारी गिरावट के बाद से लोग आधे हो चुके थे. अब पिछले दो सालों से वीजा भी काफी कम हो चुके है. जिसके बाद से ये फैसला जारी किया गया है.
इसके साथ ही अब भारत देश में अफगानिस्तान का कोई राजनायिक मौजुद नही है. जिसके बाद से इस दूतावास को बंद करने का ऐलान कर दिया जा चुका है. वहीं साथ ही दूतावास की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक दूतावास में मौजुद लोगों की मदद कर रहे लोग अब किसी अन्य देश के साथ कार्य कर रहे है. साथ ही भारत में एक ही व्यक्ति मौजुद है जो कि तालिबान से जुड़ा है. जो कि राजनायिक के तौर पर ऑनलाइन बैठकों में बैठ कर के कार्य करता है. ऐसे में उन्होनें अपनी चुनौतियों का भी जिक्र किया है. जिसके बाद से उन्हेनें दूतावास के बंद होने की खबर के बारें में जानकारी दी.