Risks Of AI: इस तकनीकी युग में बहुत सी न्यू टेक्नोलाॅजी को तेजी से लाॅन्च किया जा रहा है. जिसमें एक नाम एआई का भी शामिल है. बता दें, कि एआई के जितनें फायदे है, उतने ही नुकसान भी तेजी से सामने आ रहे है. हाल ही में इससे होने वाले नुकसान और जोखिम को कम करने के लिए अमेरिका और चीन समेत 28 देशों ने एक बड़ा फैसला किया है. आपको बतादें कि अमेरिका के पूर्व कोडब्रेकिंग स्पाई बेस जो कि लंदन के काफी नजदीक है, वहां पर एआई सम्मेलन का आयोजन हाल ही तौर पर हुआ था. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ही 28 देशों ने एआई से होले वाले जोखिमों को रोकने के लिए चिंता को व्यक्त किया है.
विज्ञानियों ने भी अत्याधुनिक फ्रंटियर एआई को लेकर के बड़ा चिंता का संदेश दिया है. उन्होनें बताया है, कि आने वाले समय में ये काफी खतरनाक हो सकता है. मावन जीवन के लिए ये बहुत ही चिंताजनक रहने वाला है. इसके साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी इस बारें में बताया है, कि देशों में ने एआई से होने वाले जोखिमों को समझने के लिए अब काफी देश आगे आ रहे है.
एआई के भविष्य को लेकर के चिंता जताते हुए अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का भी एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होनेें कहा है, कि एआई से होने वाले नुकसान और जोखिमों से अपनी आने वाली पीढ़ी को अगर बचाना है, तो इसकी रोकथाम के लिए आज के समय से ही कार्य करना होगा. ये सवाल आगे आने वाली पीढ़ी का है, जिसमें बच्चेें और हमारा आने वाला भविष्य शामिल है. उन्होनें साइबर अटैक के संबध में एआई को लेकर के बताया है, कि ना केवल एआई की मदद से बनने वाले जैव हथियारों के अलाव भी टेक कंपनियों में होने वाले इसके इस्तेमाल को लेकर के भी कार्य किया जाएगा.





