नई दिल्ली : होने वाले पांचों राज्य के विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां काफी तेजी से चल रही है. ऐसे में भाजपा पूरी दमखम दिखा रही है और सत्ता हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रही है. जगह-जगह भाजपा द्वारा सभाएं मीटिंग और रैलियां चल रही है. लेकिन इसी बीच चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में खलबली मची हुई है.
अभी हाल ही में इंडिया गठबंधन के अंदर कांग्रेस और सपा में तकरार होती हुई नजर आ रही है. अखिलेश यादव ने भी सीधे तौर पर कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए बयान जारी किया था. यह बयान उन्होंने मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव की उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए लगाया था. ऐसे में इंडिया गठबंधन जहां एक ओर साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात करती है. तो वहीं दूसरी तरफ इस INDIA गठबंधन की सांझा रैली, सांझा मीटिंग या सभा अभी तक नहीं हुई है.
संकट में INDIA गठबंधन
जहां एक तरफ इंडिया गठबंधन के अंदर एक और दूसरी पार्टी, एक दूसरे पर आरोप प्रति आरोप लगा रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ कहीं ना कहीं इंडिया गठबंधन कमजोर होता हुआ नजर आ रहा है. बता दें इंडिया गठबंधन में शामिल होने वाली सभी पार्टियों ने यह संकल्प लिया था कि आने वाले लोकसभा चुनाव में सभी पार्टियों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी. साथ ही मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह भी सुनिश्चित किया था कि इंडिया गठबंधन की सीटों का बंटवारा सितंबर तक हो जाएगा. लेकिन जिस तरीके से इंडिया गठबंधन में स्थिति बनी हुई है उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इंडिया गठबंधन की स्थिति क्या है. अब आगे देखने वाली बात यह रहेगी कि होने वाले 5 राज्यों के चुनाव में इंडिया गठबंधन कितना मजबूत नजर आता है. साथ ही लोग यह भी कयास लग रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में यह गठबंधन काम करेगा या फिर नहीं.