Makers Send Mission Raniganj For Oscar Award:हाल ही में रिलीज़ हुई अक्षय कुमार की फिल्म मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू को ऑस्कर के लिए भेजने की तैयारियां हो रहीं हैं। आपको बता दें कि यह फिल्म मीनिंग इंजीनियर जसवंत गिल द्वारा कोयला खदान में फसें लगभग 65 मजदूरों को बचाने की सच्ची घटना पर आधारित बनायीं गयी है। इस फिल्म को अब निर्माता स्वतंत्र तरीके से ऑस्कर के लिए भेजने जा रहें हैं।
हालाँकि इसके अलावा और भी फिल्में थी जिन्हे ऑस्कर के लिए भेजा गया था।
पिछले साल, एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ ने वर्ल्डवाइड धमाल मचाया था और इस फिल्म ट्रैक सांग ‘नातू नातू’ को “द बेस्ट ओरिजिनल” गाने के लिए ऑस्कर दिया गया था। हालाँकि इस फिल्म को भारत की तरफ से ऑस्कर में आधिकारिक एंट्री नहीं मिली थी, जिसके बाद राजामौली ने स्वतंत्र रूप से फिल्म को ऑस्कर अवार्ड के लिए शामिल किया था।
2014 में आई जैकी भगनानी की फिल्म ‘यंगिस्तान’ को भी ऑस्कर अवार्ड के लिए निर्माताओं द्वारा भेजा गया था। यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति पर आधारित थी। जिसमें युवक अपने पिता की मृत्यु के बाद भारत का प्रधान मंत्री बन जाता है, लेकिन इस घटना के कारण उस युवक की पर्सनल लाइफ पर बहुत असर पड़ता है।
‘द कश्मीर फाइल्स’ में 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के खिलाफ हुई हिंसा को दिखाया गया था। फिल्म में अनुपम खेर ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इसमें उनके साथ दर्शन कुमार और पल्लवी जोशी भी नजर आए थे. फिल्म की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हुई थी. निर्माताओं ने स्वतंत्र रूप से इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भी भेजा था. लेकिन अकादमी द्वारा शॉर्टलिस्ट किए जाने के बाद भी फिल्म नॉमिनेशन में जगह नहीं बना पाई थी ।
आर माधवन की फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी एफेक्ट’ को भी पिछले साल स्वतंत्र रूप से ऑस्कर के लिए भेजा गया था।
यह फिल्म पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित और ISRO के एयरोस्पेस इंजीनियर नांबी नारायणन की जिंदगी पर आधारित है। नांबी ने रॉकेट साइंस की दुनिया में भारत को ऊंचा उठाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था।
हालांकि, यह फिल्म ऑस्कर पुरस्कार के लिए नामांकित नहीं हो सकी थी
इसरो यानी इंडियन स्पेस एंड रिसर्च के एयरोस्पेस इंजीनियर नांबी नारायणन जिन्हे रॉकेट साइंस की दुनिया में भारत को नया मुकाम पर लाने के पद्मभूषण से सम्मानित्त किया गया था। इन एयरोस्पेस साइंटिस्ट के जीवन पर आधारित “रॉकेट्री” द नांबी इफ़ेक्ट फिल्म को पिछले साल ऑस्कर के लिए भेजा गया था। लेकिन फिल्म नॉमिनेशन में नहीं आ पायी थी। बता दें की नांबी नारायणन ने भारत को रॉकेट साइंस की दुनिया में बड़े मुकाम पर लाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था।