Diet for arthritis:अर्थराइटिस एक खतरनाक समस्या है जो आपके जोड़ों की स्ट्रक्चर और कार्यक्षमता को बिगाड़ देती है। सर्दियों में खासकर यह दर्द, सूजन लाता है और आपके जोड़ों की गतिशीलता को सीमित करता है। इसलिए, अर्थराइटिस से जूझ रहे लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने खान-पान पर ध्यान दें। लेकिन आप अपनी डाइट को संतुलित और स्वस्थ रखकर अर्थराइटिस को सही कर सकतें हैं।
गठिया के मरीजों को पूरे दिन ऊर्जा की जरूरत होती है, इसलिए उनके आहार में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों का होना जरूरी है। अच्छे स्रोतों में दालें, मांस के छोटे टुकड़े, अंडे और दूध शामिल हैं।
गठिया से पीड़ित लोगों के लिए एंटीऑक्सिडेंट बहुत बढ़िया हैं। आप इन्हें विटामिन सी, विटामिन ई और आइसोफ्लेवोनोइड्स जैसी चीज़ों में पा सकते हैं। ताजे फलों और सब्जियों में ये सभी गुण मौजूद होते हैं।
ओमेगा-3 पदार्थ आपके जोड़ों के लिए बहुत अच्छा है। ताज़ी मछली, मेवे और बीजों में यह होता है और यह आपके जोड़ों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

हरी सब्जियों और फलों में फाइबर और विटामिन जैसे पोषक तत्व होते हैं जो संभावित रूप से अर्थराइटिस में मदद कर सकते हैं।
अर्थराइटिस के रोगियों के लिए यह सलाह दी जाती है कि वे तले हुए भोजन का सेवन सीमित करें और इसके बजाय ताजा और स्फूर्तिदायक भोजन खाने पर ध्यान दें।
गर्म तेलों का उपयोग करते समय सावधान रहें क्योंकि वे जोड़ों के दर्द को बदतर बना सकते हैं। इसे कम करने के लिए जैतून का तेल या सरसों के तेल जैसे सुपरफूड का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
अर्थराइटिस के रोगियों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर हाइड्रेटेड रहने को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि यह उनके शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है।
अर्थराइटिस के विभिन्न रूप हैं और प्रत्येक प्रकार के प्रबंधन के लिए कई आहार विकल्प हैं। मार्गदर्शन के लिए चिकित्सकीय सलाह लेना उचित है।
उचित आहार का पालन करने से जीवन की गुणवत्ता बढ़ सकती है और अर्थराइटिस से पीड़ित व्यक्तियों के जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है। पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा, पोषण, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन करना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, डॉक्टर से परामर्श करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।