Israel and Hamaas Conflict:इजराइल और हमास के बीच युद्ध के कारण दोनों ही पक्षों के लिए मुश्किलें बढ़ती ही जा रहीं हैं। जिसकी वजह से तकनिकी क्षेत्रों की कंपनियों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट करना पद रहा है। हाल ही में आयी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों के बीच युद्ध को लेकर चल रहे तनाव से वैश्विक टेक कंपनियां अपना व्यापार भारत और पूर्वी यूरोप या मध्य यूरोप में शिफ्ट करने कि तैयारी में हैं। इंडस्ट्रियल एक्सपर्ट्स के अनुसार सभी कंपनियां बिजनिस को सेम टाइम जोन में ट्रांसफर कर सकती हैं।
आपको बता दें कि इजराइल में इंटेल , माइक्रोसॉफ्ट साथ ही गूगल जैसे अन्य 500 से अधिक वर्ल्ड वाइड कंपनीज हैं। भारत कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज , विप्रो कंपनियां भी इजराइल में कारोबार करती हैं। और इन कपंनियों में काम से काम एक लाख से ज्यादा काम करतें हैं। रॉयटर्स के अनुसार, निवेशक और विश्लेषक का कहना हैं कि इज़राइल हाई-टेक उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। और अब, ऐसी संभावना है कि युद्ध के कारण चीज़ें काफ़ी अराजक हो सकती हैं।
चिप निर्माता इंटेल प्रवक्ता इज़राइल की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और श्रमिकों की सुरक्षा और समर्थन के लिए समय समय पर कदम उठा रहे हैं। हमास के हमले में सैकड़ों इजरायलियों के मारे जाने और कई अन्य लोगों के अपहरण के कुछ समय बाद ही इंटेल के शेयरों में 0.5 प्रतिशत की गिरावट भी देखी गई थी। आपको बता दें कि इंटेल इज़राइल में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा निर्यातक है।
आउटसोर्सिंग एक्सपर्ट पारिख जैन के मुताबिक, अगर टकराव बढ़ता रहा और टेक्नोलॉजी कंपनियां प्रभावित होने लगीं तो उन्हें अपने सेंटर अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट करने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इज़राइल प्रमुख तकनीकी कंपनियों के लिए साइबर सुरक्षा समाधान का केंद्र है, लेकिन अगर युद्ध बढ़ता है, तो कंपनियों को कहीं और स्थानांतरित करने की आवश्यकता हो सकती है। अमेरिका और यूरोप के अलावा भारत एकमात्र ऐसा देश है जो इस प्रकार की परियोजनाओं के लिए सुविधाएं प्रदान करता है।