आपकेा बतादें देश का किसान अब अपनी परंपरागत खेती को छोड़कर के नई खेती की और बढ़ रहा है. ऐसी ही एक किस्सा राजस्थान के गंगापुर सिटी के पीलोदा गांव का सुनने में आया है जहां पर बृज लाल मीणा नाम के एक किसान ने अपनी पुरानी खेती को छोड़कर केसर की खेती को करने का फैसला किया है. बतादें की पहले बृज लाल मीणा सरसों, गेंहू, चना और जौ की खेती करते थें. उन्होनें एक रिपोर्ट में इस बारें में जानकारी भी दी की उनके गांव में सभी लोग इसी फसल को उगाते थें.
वहीं कुछ सालों पहले ही बृज लाल मीणा ने अपनी पुरानी खेती को छोड़कर के नई फसल को उगाने का फैसला किया. जहां पर मीणा ने सवाई माधोपुर के किसानों को देखकर के अमरूद की खेती करने का फैसला किया. आपको बतादें की अमरूद की खेती में मीणा ने बहुत पैसा कमाया. जिसके बाद से उन्होने नई खेती करने का जज्बा पाया.
मीणा ने जानकारी देते हुए बताया की उनके गांव में पानी की सुविधा नही है इसके साथ ही बोरिंग के पानी को लगवाने के लिए भी काफी जयादा खर्चा आ जाता है. ऐसे में उन्होनें राजस्थान सरकार की अनेदान योजना के तहत अपने खेतो में फार्म पॉन्ड बनवाया बतादें की राजस्थान सरकार ने 7.5 लाख रूपये की मदद से किसानों को अपने खेतो में फार्म पॉन्ड बनवाया लगवाने की सुविधा का मौका दिया है.
इसके बाद मीणा के दोस्त केशव सरपंच ने उन्हें केसर की खेती के बारें में जानकारी दी और 200 केसर के बीज भी दिए. जिसके बाद से मीणा ने अपने खेतो मे ंलगाकर तकरीबन 800 पौधो को तैयार किया. आपकेा बतादें की बृज लाल मीणा अभी भी पूरे हौसलें के साथ अपने पौधों की देखभाल कर रहे है क्योंकि राजस्थान के गंगापुर सिटी में केसर के पौधो के लिए तापमान सही नही है लेकिन मीणा इस बार अपनी केसर की खेती की सफलता की संभावना जता रहे है.