जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर गोंडकालीन राजधानी रामनगर में आदि उत्सव का आयोजन किया गया। तेज धूप, खुला आसमान और साफ मौसम को देखकर कोई अंदाजा ही नहीं लगा पाया कि दोपहर 3:30 बजे से अचानक मौसम बिगड़ेगा, तेज हवाएं चलेंगी और बारिश भी शुरू हो जाएगी। जब अचानक मौसम बिगड़ा तो आयोजन स्थल के टेंट और त्रिपाल कई जगह से फट गए, खुल गए और उड़ भी गए।
अफरा-तफरी का माहौल।
पूरे आयोजन स्थल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आयोजन स्थल पर केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावरकर, केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडू उपस्थित रहे। बारिश से बचने के लिए सभी यहां वहां दौड़ भाग करते दिखे। कोई अपने सिर पर कुर्सी रखे हुए बारिश से बचता नजर आया, तो कोई मंच की ओट में अपने को भीगने से बचाने के प्रयास में लगा दिखाई दिया। आदि उत्सव को राष्ट्रीय कार्यक्रम की संज्ञा दी गई और इसमें राष्ट्रीय स्तर के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए लेकिन आयोजन स्थल पर उनकी सुरक्षा को लेकर कोई विशेष प्रयास नहीं दिखा।