प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन को देश को समर्पित किया और नए भवन में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास ऐतिहासिक चिह्न सेंगोल स्थापित किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले धोती-कुर्ता पहनकर पूजा अर्चना की और तमिलनाडु से आए 20 पंडितों का आशीर्वाद लिया।
जानें किन धर्म के धर्मगुरु हुए शामिल
सर्वधर्म प्रार्थना में बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी, मुस्लिम, सिख, सनातन समेत कई धर्मों के धर्मगुरु ने अपनी-अपनी प्रार्थनाएं कीं. सभी धर्म के धर्मगुरुओं और विद्धानों ने नई संसद के उद्घाटन पर अपने-अपने विधि विधान से अनुष्ठान किया. इस दौरान पीएम मोदी समेत कार्यक्रम में शामिल सभी नेताओं ने इन प्रार्थनाओं को सुना
राफेल के लिए भी की गई थी सर्वधर्म प्रार्थना
10 सितंबर 2020 को फ्रांस से आए 5 राफेल विमानों के भारतीय वायुसेना में शामिल होने पर सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया था. अंबाला एयरबेस पर हुए इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे. इस दौरान सभी धर्मगुरुओं ने अपनी-अपनी विधियों से पूजा की. सभी ने शांति की कामना करते हुए देश के जवानों की सलामाती की दुआ मांगी।
सेंगोल’ के सामने दंडवत हुए पीएम।
सम्मान के निशान के रूप में पीएम मोदी ने समारोह के दौरान ‘सेंगोल’ के सामने दंडवत प्रणाम किया और तमिलनाडु के विभिन्न मंदिरों के पुजारियों से आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने नए संसद भवन तक वैदिक मंत्रों के जाप के बीच ‘सेंगोल’ को उठाकर स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में लोकसभा कक्ष में स्थापित किया।