हर व्यक्ति की जन्म कुंडली में सभी नौ ग्रहों का उसके जीवन पर अलग-अलग तरह से प्रभाव पड़ता है. किसी व्यक्ति की कुंडली में जब कोई ग्रह अच्छी स्थिति में होता है तो वह व्यक्ति को लाभ पहुंचाता है, लेकिन यदि कोई ग्रह खराब स्थिति में है तो ऐसे में वह व्यक्ति को उसके नकारात्मक परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं. वैसे ही अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है तो आपको भी कुछ नकारात्मक प्रभाव दिखाई देने लगेंगे। अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में होता है, तो उसे दिमाग में दबाव महसूस होता है और वह मानसिक रूप से कई बीमारियों का शिकार हो जाता है।
कुंडली में कमजोर चंद्रमा के संकेत
यदि किसी जातक की कुडंली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है तो उसे सिर दर्द, तनाव और डिप्ररेशन का सामना करना पड़ता है। समय पर नींद नहीं आती है। मन विचलित रहता है। मां से रिश्ते खराब होने लगते हैं। मां को कोई न कोई तकलीफ होती रहती है। ऐसी स्थिति में मोती धारण करने से राहत मिलती है। साथ ही सफेद रंग का उपयोग करना चाहिए।
चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय
-नियमित रूप से बरगद के पेड़ की जड़ में पानी डालें और पूजा करें.
-ज्योतिष की सलाहनुसार मोती धारण कर सकते हैं.
-चंद्रमा को मजबूत करने के लिए हाथ में चांदी का कड़ा,अंगूठी, चांदी की चेन या चांदी की पायल भी धारण कर सकते हैं.
-चंद्रमा मजबूत करने के लिए देर रात तक न जागें. कुंडली में कमजोर चंद्रमा के लोगों को देर रात नहीं जागना चाहिए.
-पूर्णिमा के दिन शिव जी को खीर या रबड़ी का भोग लगाएं.
-घर की नींव बनवाते समय उसमें थोड़ा-सा चांदी का टुकड़ा दबाने से चंद्रमा मजबूत होता है.
-मान्यता है कि चारपाई या जिस पलंग पर आप सोते हैं, उसके चारों पैरों पर चांदी की कीले लगाने से भी लाभ होता है.
-मातृ पक्ष यानी मां, मामा द्वारा चांदी के बर्तन गिफ्ट में मिलने से लाभ होता है.
-सफेद चीजों जैसे पानी, दूध और चावल जैसी चीजों का दान करें.
-सोमवार के दिन बच्चियों को खीर खिलाएं. नौ बच्चियों को खीर खिलाने से चंद्र मजबूत होता है.
-रात के समय दूध और खीर का सेवन न करें.
-चांदी का चकोर टुकड़ा अपने पेट या पर्स में रखें।