बहुत सी बार आप ऐसा सोचते होगें की क्यों टाॅप माॅडल में सीएनजी का विकल्प नही दिया जाता है. आपको बतादें की सीएनजी कारों को वहीं लोग चुनते है जो की अपनी कार की रनिंग कोस्ट को काफी कम रखना चाहते है. और कम काॅस्ट के साथ ही चाहते है की उन्हें एक बेहतरीन माईलेज वाली कार मिलेे. आज इस लेख के जरिए हम आपको बताने जा रहे है की क्यों कंपनियां टाॅप वेरिएंट कारों में सीएनजी का विकल्प नही उपलब्ध कराते है. तो चलिए जानते है इसके बारें में.
बजट
आपको बतादें की बजट कार को खरीदने में एक अहम भूमिका को निभाता है अगर आप एक आम आदमी है और आप एक टाॅप माॅडल की तलाश में है तो कभी भी आप सीएनजी कार के बारें में या फिर सीएनजी के विकल्प के बारें में नही सोचेंगें. ऐसा इसलिए है क्योंकि टाॅप वेरिएंट में आपको बहुत से एडवांस और बेहतरीन फीचर्स मिल जाते है. अगर बात करें टाॅप वेरिएंट की कीमतों की इन कारों की कीमत लाखों में काफी ज्यादा होती है. कंपनी ब्रांड वैल्यू को मेंटेन रखनें के लिए इन कारों में सीएनजी का विकल्प नही पेश करते है.
बतादें की सीएनजी कार में आपको अच्छा स्पेस नही मिल पाता है. जो की एक नेगेटिव प्वाइंट है. आपको बतादें की सीएनजी किट का इस्तेमाल करते ही कार में बूट स्पेस ना के बराबर हो जाता है. जिसकी वजह से आप गाड़ी के अंदर ज्यादा सामान के साथ यात्रा नही कर सकते है. इसके साथ ही आपको बतादें की कंपनी के लिए यक एक बड़ा प्रेशर होता है की उन्हें अपनी गाड़ियों को कम से कम कीमतों में पेश करना होता है जिसमें की आप बेस वेरिएंट अगर खरीदते है तो उसमें आपको सीएनजी विकल्प ऐड कराने का विकल्प दे दिया जाता है क्योंकि उनकी प्राइस रेंज ज्यादा नही होती है. ऐसे में आपको टाॅप वेरिएंट में सीएनजी का विकल्प नही दिया जाता है क्योंकि उसमें कार की कीमतों में काफी ज्यादा गैप आ जाता है.