तेजस एमके-2 की पहली उड़ान 2026 में होगी, डीआरडीओ में समीक्षा बैठक हुई.भारतीय वायुसेना के लिए तेजस एमके-2 लड़ाकू विमान की पहली उड़ान 2026 में होने की उम्मीद है। इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए डीआरडीओ मुख्यालय में एक बैठक हुई है.तेजस एमके-2 एक उन्नत लड़ाकू विमान है, जिसमें नए तकनीकी फीचर्स और हथियार प्रणाली होंगे. यह विमान भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
बैठक में परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने परियोजना की चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा की.तेजस एमके-2 की पहली उड़ान 2026 में होने की उम्मीद है, जो भारतीय वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा.
LCA MK-2 की खूबियाँ
- उन्नत तकनीक: LCA MK-2 में नए और उन्नत तकनीकी फीचर्स होंगे, जो इसे अधिक क्षमतावान और प्रभावी बनाएंगे.
- बढ़ी हुई गति: LCA MK-2 की गति पहले से अधिक होगी, जिससे यह अधिक तेजी से और दूर तक जा सकेगा.
- उन्नत हथियार प्रणाली: LCA MK-2 में नए और उन्नत हथियार प्रणाली होंगे, जो इसे अधिक शक्तिशाली और प्रभावी बनाएंगे.
- बेहतर ईंधन क्षमता: LCA MK-2 में बेहतर ईंधन क्षमता होगी, जिससे यह अधिक देर तक हवा में रह सकेगा.
- उन्नत रडार प्रणाली: LCA MK-2 में उन्नत रडार प्रणाली होगी, जो इसे दुश्मन के विमानों का पता लगाने में मदद करेगी.
- बढ़ी हुई सुरक्षा: LCA MK-2 में बढ़ी हुई सुरक्षा फीचर्स होंगे, जो पायलट की सुरक्षा को बढ़ाएंगे.
- उन्नत अवियोनिक्स: LCA MK-2 में उन्नत अवियोनिक्स होंगे, जो इसे अधिक प्रभावी और क्षमतावान बनाएंगे.
LCA MK-2 प्रोटोटाइप के 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में तैयार होने की उम्मीद है, और पहली परीक्षण उड़ान 2028 में होने की संभावना है. LAC MK-2 का रोलआउट 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में तैयार होने की उम्मीद है, और पहली परीक्षण उड़ान 2028 में होने की संभावना है। कृपया ध्यान दें कि समयसीमा विभिन्न कारकों के कारण बदल सकती है.