धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत खास महत्व है। माना जाता है की इस दिन किए गए व्रत और पूजा से भक्तो की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
महाशिवरात्रि का पर्व साल में एक बार आता है, जो शीत ऋतु के अंत और ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत में मनाया जाता है. इस साल 18 फरवरी को महा शिवरात्रि मनाई जाएगी।
इस साल महा शिवरात्रि का मुहूर्त
18 फरवरी को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। साल 2023 में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 18 फरवरी को रात 8 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 19 फरवरी को 4 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि का महत्व
पाैराणिक शिव कथाओं में उल्लेख मिलता है कि, भगवान शिव अपने आप में परम स्वयभूं है. भगवान शिव के साथ दुनिया शुरू होती है और उनके साथ समाप्त होती है. कई पुराणों में शिव का स्वभाव बेहद ही आक्रामक माना जाता है. यह भी कहा जाता है कि, आम तौर पर उनकी आभा और उपस्थिति हम मनुष्यों द्वारा नियंत्रित नहीं की जाती है, इसलिए वह वर्ष में एक बार पृथ्वी पर आते है जिसे महाशिवरात्रि के रूप में मनाते है।
एक अन्य पौराणिक उदाहरण के अनुसार इस दिन “समुंद्र मंथन” का एक बड़ा ऐतिहासिक आयोजन हुआ था, इस दौरान जब हलाहल विष उत्पन्न हुआ था. पृथ्वी को जहर के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए भगवान शिव ने उस जहर को पी लिया. सभी देवताओं और देवताओं ने पूरी रात भगवान शिव को जागृत रखने के लिए नृत्य और अन्य अनुष्ठान किए.
वही यह भी मान्यता है की इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था इसलिए इसे महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।