जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कड़ी
स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को जमीन से आसमान तक अभेद्य बना दिया गया है. बढ़ती आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए हर संवेदनशील स्थान पर पुलिस और सेना के जवान तैनात किए गए हैं. नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और संदिग्धों पर पैनी नज़र रखी जा रही है. सुरक्षाबल हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं.
मुख्य समारोह की तैयारी
जम्मू के एमए स्टेडियम में वीरवार को मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा, जहां उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ध्वजारोहण करेंगे. इस मौके पर सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. समारोह स्थल पर किसी भी प्रकार के ड्रोन हमले की संभावना को नकारा जा चुका है, इसके लिए सुरक्षा बलों ने विशेष तैयारी की है. जम्मू शहर के सभी संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा बलों की तैनाती हो चुकी है.
सीमा सुरक्षा ग्रिड और नाकाबंदी
जम्मू संभाग में 225 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा और 192 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ मिलकर निगरानी बढ़ा दी गई है. सीमा सुरक्षा ग्रिड को मजबूत किया जा रहा है, वहीं भीतरी इलाकों में नाकों को बढ़ाने के साथ-साथ तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं. पुलिस ने सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकिंग के दौरान लोगों से सहयोग की अपील की है और उनसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना देने को कहा है.
ड्रोन विरोधी उपाय और शार्प शूटर तैनाती
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान देशविरोधी ताकतें ड्रोन का प्रयोग कर किसी प्रकार की घटना को अंजाम न दे सकें, इसके लिए ड्रोन विरोधी उपाय अपनाए गए हैं. स्टेडियम के आसपास की छतों पर शार्प शूटर तैनात किए गए हैं, जिन्हें ऐसे उपकरण दिए गए हैं, जो ड्रोन को तुरंत हवा में गिराने में सक्षम हैं.
पार्किंग स्थल खाली और सुरक्षा का कड़ा प्रबंध
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान जिन स्थलों पर वाहनों की पार्किंग होनी है, उन सभी स्थानों को सुरक्षा कारणों से बुधवार शाम तक खाली करवा लिया गया है. इसमें जम्मू के बस स्टैंड, वेयर हाउस, साइंस कॉलेज और ज्यूल थियेटर के नजदीक के पार्किंग स्थल शामिल हैं. यहां भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीमें सतर्क
विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीमें आतंकी खतरों को विफल करने के लिए उच्च स्तर की सतर्कता और आक्रामक अभियान चला रही हैं. इन टीमों ने ड्रोन विरोधी उपायों के साथ-साथ संवेदनशील स्थानों और अंतर-जिला सीमाओं पर संयुक्त जांच बिंदुओं पर भी विशेष ध्यान दिया है.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की यह अभेद्य व्यवस्था यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी देशविरोधी तत्व शांति और सुरक्षा भंग करने में सफल न हो सके.