कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करा रहे हैं। इसी के चलते कर्नाटक के यादगिर में एक युवा निर्दलीय उम्मीदवार ने निर्वाचन अधिकारियों को मुश्किल भरा काम दे दिया, क्योंकि उन्होंने 10,000 रुपये की जमानत राशि एक रुपये के सिक्कों में जमा की। यह राशि उसने चुनावी राज्य कर्नाटक के अपने निर्वाचन क्षेत्र से जमा की थी।
10,000 सिक्के गिनने में परेशान हुए अधिकारी।
निर्दलीय उम्मीदवार ने जब अधिकारियों के सामने सिक्कों से भरा थैला रखा, तो अधिकारियों के गिनते-गिनते हालत खराब हो गए। निर्दलीय उम्मीदवार ने इन सिक्कों को पूरे निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं से एकत्र किया था। बता दें कि कर्नाटक में इस वर्ष के चुनाव में प्रत्येक उम्मीदवार के लिए जमानत शुल्क 10,000 रुपये है। यानी कि जो भी चुनाव लड़ेंगे, उन्हें जमानत के तौर पर 10 हजार रुपए जमा कराना होगा।
उम्मीदवार ने मतदाताओं से ये सिक्के एकत्र किए।
निर्दलीय उम्मीदवार यनकप्पा ने यादगिर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वह मंगलवार को तहसीलदार कार्यालय पहुंचे। उनके गले में एक बैनर लटका हुआ था। इस पोस्टर में 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वरा, कर्नाटक के संत-कवि कनकदास, स्वामी विवेकानंद, डॉ. बी. आर. आंबेडकर और संविधान के प्रस्तावना की तस्वीरें थीं।
इन तस्वीरों के नीचे कन्नड़ में संदेश लिखा था: ‘यह सिर्फ एक रुपया नहीं है, आप मुझे एक दिन वोट दें, मैं आपको गरीबी से आजादी दिलाऊंगा।’ उम्मीदवार ने कहा कि उन्होंने पैदल ही पूरे निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और मतदाताओं से ये सिक्के एकत्र किए।
सिक्के गिनने में 2 घंटे लगे।
यादगीर स्थित कार्यालय में टेबल पर पड़े सिक्कों को गिनने में अधिकारियों को दो घंटे लग गए। यादगीर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी यंकप्पा मंगलवार को बैनर लेकर तहसीलदार कार्यालय पहुंचे थे।