हज तीर्थ यात्रा के लिए केंद्र सरकार ने ‘चिकित्सा देखभाल व्यवस्था’ दस्तावेज जारी किया है
हज यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए अपूर्व चंद्रा(केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव) ने एक दस्तावेज जारी किया है, जिसका नाम ‘चिकित्सा देखभाल व्यवस्था’ है. इस दस्तावेज को Ministry of Minority Affairs और Ministry of Health and Family Welfare ने मिलकर बनाया है. इस दस्तावेज के ज़रिए हज यात्रा कर रहे श्रद्धालु उनके रास्ते में पड़ने वाले स्वास्थ्य केंद्र का आसानी से पता कर पाएंगे, क्योंकि इस दस्तावेज में स्वास्थ्य सेवाओं के रोडमैप के साथ-साथ तीर्थ यात्री कैसे सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं यह भी शामिल है.
भारी मात्रा में भारतीय मुस्लिम पहुंचे थे हज यात्रा के लिए
चिकित्सा देखभाल व्यवस्था दस्तावेज को जारी करते हुए अपूर्व चंद्रा (केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव) ने कहा कि इस वर्ष भारत से लगभग 1,75,025 श्रद्धालुओं ने हज यात्रा की. में श्रद्धालुओं में से करीब 40000 के आसपास बुजुर्ग थे, जिनकी उम्र लगभग 60 से ज्यादा थी. इस साल भीषण गर्मी के कारण स्वास्थ्य परेशानियों को समझते हुए तीर्थ यात्रियों के लिए 24 घंटे स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं का अनिवार्य है.
दस्तावेज में रोडमैप ‘स्वास्थ्य सेवाएं’ बताएगा
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा का कहना है , इस दस्तावेज में रोडमैप हज कर रहे श्रद्धालुओं को रास्ते में पड़ने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताएगा और साथ ही यह भी जानकारी देगा कि वह कैसे इन सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि दूसरी बार यह जिम्मेदारी उनके मंत्रालय को सौंपी गई है.
चिकित्सा टीमों ने किया दौरा
अपूर्व चंद्रा का कहना है , इस साल करीब 2 लाख ओपीडी के आयोजन के साथ-साथ तीर्थ यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए डॉक्टर की टीमों ने दौरा भी किया है. उन्होंने यह भी बताया कि एक live portal बनाया गया है जिसमें श्रद्धालु बीमारी का इलाज करने और दी जा रही सेवाओं की जानकारी ले सकते हैं. यह पोर्टल एनआईसी की सहायता से बनाया गया है.