Israel-Hamas War: हमास और इजरायल का ये भीषण युद्ध एक भयावह मोड़ ले चुका है. मासूम लोगों को इस जंग के बीच में गोलियों को निसाना बनाया जा रहा है. महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी इस युद्ध के दौरान गोलियों ये भून दिया गया है. लोगों के घरों को उजाड़ कर के उनमें आग लगा दी गई है. हर रोज बढ़ रही ये हमास और इजरायल की जंग लोगों के दिलों में खौफ बना चुकी है. जहां पर किसी को इस चीज का अंदाजा नही है, कि कब उनकी मौत उनके सामने आ कर के खड़ी हो जाएगी. लोगों में इस समय बेहद डर बना हुआ है.
हमास के आतंकी हमलें के दौरान तकरीबन हजारों यहूदियों को गोलियों से भून दिया गया है. जहां पर दया नाम का शब्द भी अब कबरों में कही गड़ चुका है. एक कमरें में ले जाकर के बच्चों को गालियां मारी जा रही है. इस मंजर को देख कर के यहूदियों को अपना साल 1948 का नरसंहार याद आ चुका है. जहां पर लोग अपनी जान को बचानें के लिए इधर से उधर भाग रहे है. इस युद्ध में लोग अपने घरों तक में महफूस नही है. माता पिता अपने बच्चों के साथ में एक बंद कमरे में छुप कर के प्रार्थना कर रहे है, कि अगर उनके बच्चें रोते है, तो कोई आतंकवादी उनके घर में आग लगा देगा. ऐसा डर लोगों के बीच में अब बन चुका है.
गाजा में रह रहे सभी फलिस्तीनियों को इजरायल की तरफ से ये आदेश दिया गया है, कि वे 24 घंटों के भीतर गाजा को खाली कर दें. जिसके बाद से हमास कि तरफ से उन्हें ये कहा गया है, कि वे गाजा को ना छोडें. ऐसे में हमास के संगठन के कार्यकर्ता गाजा की गलियों में घूम रहे है. वहीं पर इजरायल की सेना की तरफ से जो रिपोर्ट हासिल हुई है, कि उसमें बताया गया है, कि वे लगातार आतंकियों को मौत के घाट उतार रहे है. इसके साथ ही जहां पर इजरायल के लोगों को अगवाह कर के रखा गया है, वहीं पर छापें मारी इजरायल की सेना की तरफ से हो रही है. खबरों के हवालें से पता चला है, कि हमास के भीषण प्रहार के बाद से तकरीबन इजरायल के 1300 लोगों की मौत हो गई है. जिसमें बच्चें, महिलांए और बुजुर्ग नागरिक शामिल है.