
महाबलेश्वर जिसे महाराष्ट्र का हिल स्टेशन भी कहा जाता है. वहीं के एक किसान शंकर बावलेकर करते है स्ट्रॉबेरी की खेती.पहाड़ी इलाकों पर जमीन होने के कारण
इन्होनें छोटे छोटे टुकड़ो पर स्ट्रॉबेरी की खेती करना शुरू किया.जिससे इनकी अच्छी कमाई हो जाती है.
उन्होनें बताया की स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए ठड़ा माहौल चाहिए होता है. तभी स्ट्रॉबेरी की बेहतर उपज को हासिल किया जा सकता है.साथ ही उन्होनें बताया की 15 से 35 डिग्री टेंपरेचर में अच्छी स्ट्रॉबेरी उगाई जा सकती है.
कैसे की जाती है स्ट्रॉबेरी के खेती
शंकर बावलेकर ने बताया कि स्ट्रॉबेरी की बेहतर उपज के लिए जमीन के अंदर खेती होती है तो उससे स्ट्रॉबेरी का स्वाद बढ़ जाता है. वहीं पोली हाउस में खेती करने पर इसका स्वाद उतना अच्छा नही आ पाता. जिसके लिए पहले बीज लाकर नर्सरी बनाई जाती है.
अन्य फसलों के मुकाबलें में स्ट्रॉबेरी की फसल से किसानों को होता है अत्यधिक लाभ.शंकर ने बताया की जहां एक किसान गेहूं-धान की खेती में प्रति एकड़ के हिसाब से 60,000 कमाता है,वहीं स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान 6,00,000 प्रति एकड़ तक कमा सकता है.
एक एकड़ में लगाए जा सकते है 20,000 पौधें. जिसका रेट 4 से 5 रूपये प्रति पौधा होता है. महाबलेश्वर में सितंबर के महीने में की जाती है स्ट्रॉबेरी की खेती.