नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया और वरिष्ठ नेता शरद पवार ने एक बार फिर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे से नाराजगी जाहिर की है। दरअसल विपक्ष द्वारा सत्ताधारी नेताओं की डिग्री को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। शरद पवार ने इसकी आलोचना की है और कहा है कि ये कोई मुद्दा नहीं है और नेता इस पर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।
क्या बोले शरद पवार।
शरद पवार ने प्रधानमंत्री की डिग्री के विवाद पर कहा कि ‘आज कॉलेज डिग्री का सवाल बार-बार पूछा जा रहा है, आपकी क्या डिग्री है या मेरी क्या डिग्री है लेकिन क्या ये राजनीतिक मुद्दा है?
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ”जब हम बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और महंगाई का सामना कर रहे हैं तो क्या देश में किसी की शैक्षणिक डिग्री राजनीतिक मुद्दा होना चाहिए? आज धर्म और जाति के नाम पर लोगों में भेद पैदा किया जा रहा है। महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश से फसलें बर्बाद हो गई हैं। ये ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा करना जरूरी है।
लोकसभा चुनाव पर शरद पवार
वहीं, उन्होंने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बारे में शरद पवार ने कहा, “विपक्ष को मिलकर कुछ करना ही होगा नहीं तो बीजेपी को हराना बेहद मुश्किल है. अगर हम साथ मिलकर नहीं आएंगे तो बहुत मुश्किल होने वाली है.” पवार को खुद महाराष्ट्र में बीजेपी को सत्ता से हटाने और उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने का अनुभव है।
गौतम अडानी के मुद्दे पर भी बोले थे शरद पवार।
शरद पवार ने गौतम अदाणी का भी बचाव किया था और जेपीसी की मांग को भी खारिज कर दिया था। वहीं विपक्ष द्वारा लगातार अदाणी मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की जा रही है। अब डिग्री विवाद पर भी शरद पवार विपक्षी एकता से अलग दिखाई दे रहे हैं।