बठिंडा केंद्रीय जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के जेल से टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू को देखने के बाद दिल्ली की दो नाबालिग लडकियों को ऐसा क्रेज चढ़ा कि उन्होंने लॉरेंस को मिलने की ठान ली। दोनों लड़कियां अपने परिजनों को अमृतसर जाने का कहकर दिल्ली की शकूर बस्ती से फाजिल्का की टिकट लेकर ट्रेन में बैठ गई और बठिंडा रेलवे स्टेशन पर उतर गई। इसके बाद ऑटो से दोनों लड़कियां केंद्रीय जेल तक पहुंच गई। बठिंडा जेल के अधिकारियों के दोनों लड़कियों को सखी केंद्र में भेजा है. काउंसलिंग के बाद दोनों को परिवार के हवाले किया जाएगा।
जेल मिलने पहुंची दो लड़कियां।
एक निजी चैनल को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने इंटरव्यू दिया था। ये इंटरव्यू वायरल होते ही चारों ओर इसकी चर्चा होने लगी। इसी बीच गुरुवार को इस इंटरव्यू को सुनकर प्रभावित हुई दिल्ली की रहने वाली दो नाबालिग युवतियां उससे मिलने के लिए बठिंडा पहुंच गईं। लड़कियों ने बिश्नोई के इंटरव्यू को सोशल मीडिया पर देखा तो वे अगले दिन बुधवार को दिल्ली की शकूर बस्ती से फाजिल्का की टिकट लेकर ट्रेन में बैठ गई। दोनों बठिंडा रेलवे स्टेशन पर उतरी और आटो से दोपहर एक बजे केंद्रीय जेल तक पहुंच गई। लड़कियां केंद्रीय जेल के मुख्य गेट तक पहुंची और फिर सेल्फी लेनी शुरू कर दी। इसी दौरान जेल के गेट पर तैनात पुलिस सुरक्षा कर्मियों ने दोनों लड़कियों को हिरासत में लेकर जेल के बडे़ अधिकारियों को सूचित किया।
घर पर बोलै झूठ।
दोनों लड़कियां अपने परिवारवालों को अमृतसर जाने के लिए कहकर आयी थीं लेकिन बठिंडा हाई सिक्योरिटी जेल के बाहर पहुंच गईं. लड़कियों को लेने के लिए दिल्ली से उनके परिवार के लोग पंजाब को रवाना हो गये हैं। एक जेल अधिकारी ने बताया कि दोनों लड़कियों के फोन में लॉरेंस की काफी फोटो मिली हैं।नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर सखी सेंटर पहुंचाया है। उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा उनके मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है।
पुलिस ने की पूछताछ।
लड़कियों को हिरासत में ले लिया और दोनों से पूछताछ की। दोनों ने पूछताछ में बताया कि दोनों गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से मिलने दिल्ली से यहां आई हैं। लड़कियों में से एक नौंवी और एक आठवीं कक्षा की छात्रा है। उनका मुख्य मकसद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से मिलना था। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अपने परिजनों को अमृतसर जाने का कहकर ट्रेन से बठिंडा आई हैं।