प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लाया गया था। तीन हमलावरों ने पुलिस की हिरासत में दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें उनकी मौत हो गई। इसके बाद सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की और पूरी यूपी में धारा-144 लागू कर दी गई।
शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दफनाया गया था, जिसमें अतीक अहमद शामिल नहीं हो पाया था. उमेश पाल हत्याकांड मामले में असद और उसका एक साथी गुलाम मोहम्मद 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे. इस घटना को तीन दिन भी नहीं बीते थे कि अतीक और उसके भाई की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कैमरे में कैद हुई लाइव हत्या।
जब ये पूरी वारदात हो रही थी, उस समय मीडिया के कैमरे पूरी तरह ऑन थे. अतीक और अशरफ के दोनों तरफ पुलिसकर्मी चल रहे थे, तभी अतीक के सिर में करीब से एक गोली लगती है. अतीक गिर पड़ता है और फिर अशरफ भी जमीन गिर जाता है. मुश्किल से 2 या 3 सेकंड के अंदर ये सब हुआ. इस दौरान दोनों के साथ चल रहे पुलिसवाले भी दहशत में भाग खड़े हुए. उनके ऊपर तीन हमलावर तीन तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग किए जा रहे थे. पहली गोली से लेकर आखिरी फायरिंग तक सारा वाकया करीब 10 सेकंड में हो गया।
सीएम योगी ने हर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखने को भी कहा गया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद आज के लिए तय बैठक टाल दी है। पहले से तय सभी कार्यक्रम रोक दिए हैं। सीएम योगी ने हर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों को हर दो घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
कानून-व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह – मायावती
अतीक और अशरफ की हत्या पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सवाल खड़े गए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हत्या हुई, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार पर साधा निशाना।
इस घटना को लेकर AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार पर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि यूपी में सरकार बंदूक के राज से चल रही है, कानून के राज से नहीं. आज देश में न केवल मुस्लिम बल्कि हर भारतीय कमजोर और असुरक्षित महसूस कर रहा है. जिस तरह से उन्होंने हथियार का इस्तेमाल किया, उनके हाथ स्थिर थे. उनकी निगाहें अतीक पर थीं, इससे पता चलता है कि वे प्रोफेशनल मर्डरर हैं और यह एक कोल्ड ब्लडेड मर्डर था।