भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ने दावा किया है कि ताजा गोमूत्र में संभावित रूप से हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं जिनका सेवन करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो सकता है. उन्होंने अपनी एक रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया, किसी भी व्यक्ति सीधे गाय का गोमूत्र पीने से बचना चाहिए जो उनको बीमार कर सकता है। यह रिसर्च बरेली स्थित ICAR-भारतीय पशु चिकित्सा रिसर्च इंस्टिट्यूट (IVRI) ने की है।
पाए जाते है हानिकारक बेक्टेरिया।
IVRI से पीएचडी कर रहे तीन छोत्रों ने अपनी रिसर्च में बताया है कि इसमें हानिकारिक बैक्टीरिया पाए जाते हैं. इसके लिए, स्वस्थ गायों और सांडों के मूत्र के सैंपल की जांच की गई. जांच में सामने आया कि इसमें कम से कम 14 तरह के हानिकारक बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो कि पेट की बीमारियां पैदा कर सकते हैं.
कई नमूने ले कर किया अध्यन।
उन्होंने कहा हमने स्थानीय डेयरी फार्मों से तीन प्रकार की गायों साहीवाल, थारपारकर और विंदावानी (क्रॉस ब्रीड) के नमूने इकट्ठे किए साथ ही भैंस और मनुष्यों के नमूने भी लिए गए. जून और नवंबर 2022 के बीच किए गए रिसर्च से ये निष्कर्ष निकला कि स्वस्थ्य व्यक्तियों के मूत्र से बड़ा अनुपात संभावित रोगजनक बैक्टीरिया ले जाता है. उन्होंने कहा, हालांकि हमारी रिसर्च में जो प्रमुख बात पता चली वह यह है कि किसी भी स्थिति में मनुष्यों के लिए गौमूत्र की सिफारिश नहीं की जा सकती है।
गाय से बेहतर है भैंस का मूत्र
IVRI में महामारी विज्ञान डिपार्टमेंट के प्रमुख ने बताया कि गाय, भैंस और मनुष्यों के मूत्र के कुल 73 सैंपल का विश्लेषण करने पर पता चला कि भैंस के मूत्र में जीवाणुओं को रोकने की क्षमता गोमूत्र की तुलना में कहीं ज्यादा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय डेयरी फार्म पर पलने वाली गायों में से साहीवाल, थारपारकर और विंदावानी के मूत्रों की जांच की गई. साथ ही, भैंस के मूत्र का भी अध्ययन किया गया. रिसर्च यह बताती है कि किसी भी तरह से गोमूत्र या किसी अन्य जानवर का मूत्र इंसानों के पीने के लायक नहीं है।