राहुल गांधी ने अपने ब्रिटेन दौरे पर कैम्ब्रिज में संबोधन दिया. इसके अलावा उन्होंने प्रवासी भारतीयों के साथ भी संवाद किया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल ने भारत में लोकतंत्र, चीन विवाद, जम्मू कश्मीर समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. लंदन में जो बात कही उसको लेकर के बीजेपी लगातार हमलावर है
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार को संसद की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे। राहुल ने लंदन में उनके बयान को लेकर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा- मैंने लंदन में भारत के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। अगर संसद में मुझे बोलने का मौका मिलेगा, तो मैं अपनी बात रखूंगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरा बोलना भाजपा को पसंद नहीं आता है।
इससे पहले, गुरुवार सुबह 11 बजे संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। दोपहर बाद कार्यवाही शुरू होने पर एक बार फिर हंगामा होने पर दोनों ही सदन दिनभर के लिए स्थगित कर दिए गए।
रिजिजू ने कहा था- देश के अपमान पर चुप नहीं रहेंगे
इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि अगर राहुल गांधी कुछ कहते हैं और उनकी वजह से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हैं तो इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन अगर वे देश का अपमान करेंगे तो एक भारतीय के तौर पर हम चुप नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि राहुल को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इससे पहले कई मौकों पर PM मोदी विदेश जाकर देश के खिलाफ बोले हें। ऐसे में सवाल ही नहीं उठता है कि राहुल अपने बयान को लेकर माफी मांगें।
कांग्रेस नेताओं ने कहा- अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा गैरजरूरी बातें कर रही
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल जी ने लंदन में ऐसा क्या कहा था, जो उन्होंने भारत में नहीं कहा। PM ने खुद भी पिछली सरकारों को लेकर कहा है कि पहले उन्हें भारत में जन्म लेने को लेकर शर्म आती थी। क्या यह देश की बेइज्जती करने में नहीं गिना जाएगा? ये सारे मुद्दे और कुछ नहीं, बल्कि अडाणी मामले में संसदीय कमेटी के गठन को लेकर चर्चाओं से बचना है।
पवन खेड़ा ने कहा कि जब भी कांग्रेस अडाणी मुद्दे को लेकर पार्लियामेंट्री कमेटी बनाने की मांग करती है, तो ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सत्र स्थगित करवा देती है। भाजपा को डर है कि कहीं सदन में कोई अडाणी का नाम न ले ले।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘सरकार ने 200 सांसदों को रोकने के लिए 2 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया है। वे बात लोकतंत्र की करते हैं, लेकिन हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को भी रोका जा रहा है। हम तो सिर्फ ED के ऑफिस जाकर अडाणी मामले की डिटेल इन्वेस्टिगेशन के लिए शिकायती चिट्ठी देना चाहते थे। हमें रोकना कौन सा लोकतंत्र है।’
अपनी बातों को रखने का पूरा अधिकार
ब्रिटेन में राहुल गांधी की ‘लोकतंत्र पर हमले’ वाली टिप्पणी को लेकर उठे राजनीतिक तूफान के बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए किसी तरह की माफी की जरूरत हो। उन्होंने कहा कि भारत जैसे लोकतंत्र में सभी को अपनी बातों को रखने का पूरा अधिकार है।
सांसद में इसी तरह के के हंगामे देखने को मिल रहे हैं तथा आम जनता के मुद्दों से हटकर के कांग्रेस और बीजेपी अब आप से लड़ाई लड़ने में लगी हुई है।