कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे दुर्भाग्य से सांसद हैं. उनके इस वाक्य को कहते ही उनके करीब बैठे जयराम रमेश ने उन्हें टोका और कहा कि ऐसा कहने से मजाक उड़ेगा. इसके बाद राहुल ने अपना बयान सुधारा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से वे सांसद हैं। हालांकि राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मामला संभाला और राहुल ने फिर से बयान को अलग तरीके से पेश किया। राहुल के इस बयान के बाद जयराम ने कुछ देर तक राहुल को कुछ बताते रहे इसके बाद राहुल ने बीजेपी पर कुछ और आरोप लगाए।
पास में बैठे जयराम रमेश ने समझाया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहले राहुल गांधी ने कहा ‘ दुर्भाग्य से मैं एक सांसद हूं और मुझे उम्मीद है कि संसद में बोलने दिया जाएगा, इसलिए मैं सबसे पहले सदन के पटल पर अपना बयान रखना चाहूंगा और उसके बाद आप जैसी चर्चा करना चाहेंगे, वैसा करते हुए मुझे खुशी होगी. इसके तुरंत बाद राहुल गांधी को उनकी गलती समझाई गई तो उन्होंने अपनी बात सुधारी और कहा ‘ मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि दुर्भाग्य से मैं आपके सवालों का जवाब नहीं दे सकता, चूंकि आरोप संसद में 4 मंत्रियों ने लगाए हैं और ये मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है कि मुझे जवाब देने का मौका दिया जाए. यदि भारत का लोकतंत्र काम कर रहा है तो मैं अपनी बात संसद में कह पाऊंगा.’
भाजपा ने घेरा।
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भाजपा नेता शहजाद पूनावाला की प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने कहा कि जयराम जी ये हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है कि वह इस महान संसद में एक सांसद है, जिसकी वे बुरी तरह से उपेक्षा और अपमान करते हैं. यह भी दुख की बात है कि बिना ट्रेनिंग के वह बयान नहीं दे सकते, ऐसे में आश्चर्य है कि लंदन वाले बयान के लिए उन्हें किसने ट्रेनिंग दी थी.