Rajasthan Election 2023: वोट की गिनती को बढ़ाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेता हर एक तरकीब को आजमा रहे है. जहां पर चुनावी रैलियों में और सभाओं के दौरान नेता अपनी पार्टियों का प्रचार कर रहे है. वहीं पर अब भाजपा के नेता हिंदुत्व के जरिए अपने वोट बैंक को भरने में लग चुके है. भाजपा के अधिकतर प्रत्यासी अब मठों में और मंदिरों में जाकर के हिंदुत्व को बढ़ावा देते हुए अपने वोट की गिनती को बढ़ाना चाहते है. वहीं कांग्रेस पार्टी की अगर हम बात करेें तो यहां पर पार्टी दोनों ही धर्म हिंदू और मुस्लिम वर्ग से वोट बटोरनें में लग चुकी है.
पिछले लंबे समय से ही बीजेपी पार्टी की यही रणनीति बनी हुई है. जिस पर चुनाव के दौरान पार्टी काम करती हुई नजर आ रही है. ऐसे में आपको बतादें, कि पार्टी में वोटों की संख्या को बढ़ाया जा सके, इसलिए नेता अब मंदिरों में जाकर के हिंदुत्व का सहारा ले रहे है. देश के प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के चितौड़गढ़ में जब सभा को संबोधित करने का निश्चय किया था. वे उस समस सबसे पहले वहां के मसहूर मंदिर सांवलियाजी मंदिर में पहुंचे थे. जहां पर उन्होनें भगवान को नमन किया था. केवल इतना ही नही गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिंदुत्व के प्रचार के लिए राजस्थान के मानगढ़ धाम में दर्शन किए थे. आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि ये मंदिर आदिवासियों के बड़े मंदिरों में से एक है.
चुनावी दौर में भाजपा नेता मंदिरों में लगा रहे हाजिरी
राजस्थान में भाजपा पार्टी से लड़ रहे सभी प्रत्याशी सबसे पहले इलाकों के मंदिरों में अपना माथा टेक रहे है. आपको बतादें, कि राजस्थान की पुर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी सबसे पहले मंदिरों में अपनी हाजिरी लगा रही है. जिसके बाद से ही वे किसी भी चुनावी सभा में अपना प्रचार कर रही है. पार्टी के लगभग सभी प्रत्याशियों को सबसे पहले मंदिरों में दर्शन करने के लिए कहा गया है.
बीते शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से प्रियंका गांधी ने भी सागवाड़ा में स्थित एक गायत्री पीठ में अपनी हाजिरी लगाई थी. जिसके बाद उन्होनेें लोगों के सामने गायत्री मंत्र का उपचारण भी किया था.