हमारें शरीर में किडनी एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य निभाती है. बाॅडी के सही से काम करने के लिए किडनी का जरूरी योगदान है.लेकिन आज कल के बदलते हुए लाइफस्टाइल से लोगों के शरीर पर गहरा असल हो रहा है. आपको बतादें की बदलती जीवनशैली से पहले के मुकाबले अब लोगों में किडनी से संबंधित बिमारियां ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसे में लोगों का ये जानना बेहद जरूरी है की किडनी के खराब होने के क्या लक्षण है और किडनी ख़राब कैसे होती है. और इसके साथ ही किडनी की बिमारियों से कैसे बचाव रखा जा सकता है. तो चलिए जानते है.
आपको बतादें की अगर आप इन लक्षणों को शुरू होने से पहले ही पहचान लेते है तो गंभीर बिमारियों से बच सकते है. इसके साथ ही फिर उन बिमारियों का ईलाज करना भी आसान हो जाता है. तो चलिए जानते है किडनी से संबंधित सभी परेशानियों के बारें में
अल्पकालीन किडनी विफलता
ये एक ऐसी किडनी की दिक्कत है जो कुछ समय या फिर कुछ दिनों के लिए होती है. इस परेशानि में किडनी हमारें खून से बेकार के पदार्थों को और पानी की मात्रा को सही नही कर पाती है. इसके कारण गंभीर एलर्जी, सूजन सर्जरी या फिर कोई बीमारियां हो सकती है. इसके साथ ही पेनकीलर को ज्यादा लेने की वजह से भी ये किडनी की समस्या हो सकती है.
इसके लक्षण पैरों पर सुजन, कम पेशाब का आना, थकान, रक्त में पोटेशियम की अधिक मात्रा हो जाना या फिर फेफड़ों में पानी भर जाना हो सकता है.
दीर्घकालीन किडनी विफलता
बताया जाता है की इस बिमारी में जल्दी से लक्षण नजी नही आ पाते है. जिससे इस बिमारी का पता लगाना मुश्किल है. इस बिमारी का पता भी तब चलता है जब किडनी 70 से 80 प्रतिशत काम करना ही बंद कर देती है. ये बितारी लबें समय के लिए चल सकती है इसके साथ ही ये काफी गंभीर रोग हो सकता है.