भक्तों के लिए केदारनाथ धाम के कपाट आज खोल दिये गए हैं. ऐसे में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए लगातार रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. वहीं खराब मौसम की चेतावनी के चलते अभी फिलहाल रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है. साथ ही जो यात्री रजिस्ट्रेशन करके दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, उन्हें बीच रास्ते में रोककर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. दरअसल, मौसम विभाग ने 29 अप्रैल तक बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान जारी किया है. केदारघाटी में गत दिनों से रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी हो रही है.
29 अप्रैल तक बर्फबारी और बारिश का पूर्वानुमान।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी एक सप्ताह तक केदारनाथ में मौसम से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. टिहरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि केदारनाथ में बर्फबारी और खराब मौसम के अलर्ट के मद्देनजर यात्रियों को भद्रकाली और व्यासी में रोक कर उन्हें फिलहाल ऋषिकेश में ही रुकने को कहा गया है. भारी बर्फबारी और लगातार मौसम खराब होने के चलते केदारनाथ यात्रा में खलल पड़ गई है. हजारों श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच चुके हैं.
यात्रियों को सुरक्षित जगहों पर ठहरने का निर्देश।
हालांकि अधिकारियों ने उनसे सुरक्षित जगहों पर रुकने का आग्रह किया है. पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के कारण धार्मिक नगरी और यात्रा का मार्ग बर्फ की चादर में ढका हुआ है. रुद्रप्रयाग जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके रजवार ने केदारनाथ के ट्रेक रूट पर स्थिति को ‘फिलहाल खतरनाक’ बताते हुए टीओआई को बताया, ‘लिनचोली के पास भैरव और कुबेर ग्लेशियरों के साथ ट्रेक रूट की स्थिति काफी खतरनाक है. बर्फ का खिसकना कभी भी हो सकता है, जिससे खतरा हो सकता है.’
एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया।
राजवार ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और जिला प्रशासन के कर्मियों को ‘खतरनाक’ घोषित किए गए हिस्सों में तैनात किया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, “हम एक निश्चित समय में केवल एक व्यक्ति को क्षेत्र से गुजरने दे रहे हैं. केदारनाथ में रात का तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर रहा है, जो हमारे सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा रहा है. अशोक कुमार, डीजीपी, उत्तराखंड ने टीओआई को बताया कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है.