आपको बतादें की सिंगल यूज प्लास्टिक के बिजनेस से बहुत से लोग जुड़े हुए थे लेकिन अब इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. जिसके बाद से इसके दूसरे विकल्पो के लिए खोज की जा रही है. आज हम आपको यहां पर बताने जा रहे है एक ऐसे ही बिजनेस के बारें में जिसमें आपको बहुत कम लागत में मिलेगा ज्यादा मुनाफा. आपको बतादें की सिंगल यूज प्लास्टिक का सबसे बड़ा विकल्प है कुल्हड़. जी हां, हम बात कर रहे है कुल्हड़ मेंकिंग बिजनेस के बारें में. जिसको आप मात्र 5,000 रूपये की लागत के साथ शुरू कर सकते है. तो चलिए जानते है इस बिजनेस के बारें में.
बतादें की इस कुल्हड़ के बिजनेस को शुरू करने के लिए मोदी सरकार लोगों को आर्थिक मदद भी उपलब्ध करा रही है. जैसा की हम सब जानते है की हर गली के नुक्कड़ पर चाय की दुकान होती है ऐसे में थोड़े ही समय में कुल्हड़ की डिमांड में बढ़ोतरी हो सकती है. जिसमें की आपका ये कुल्हड़ बनाने का बिजनेस काफी ज्यादा मुनाफे का सौदा हो सकता है. सिंगल यूज प्लास्टिक के बंद हो जाने के बाद से रेलवे स्टेशन और बस डिपो पर कुल्हड़ की काफी जरूरत होगी. जिससे इसकी डिमांड में काफी इजाफा हो सकता है. साथ ही आपकेा बतादें की सरकार लोगों को बिजली से चलने वाली चाक भी उपलब्ध कराती है. जिसकी मदद से आसानी से कुल्हड़ को बनाया जा सकता है. साल 2020 में केंद्र सरकार ने तकरीबन 25,000 हजार इलेक्ट्रिक चाक बाटें थे. इसके साथ ही आपको बतादें की सरकार इन कुल्हड़ों को अच्छी कीमतों में भी खरीदती है.
1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक को बिलकुल बंद कर दिया जाएगा. जिसके बाद से इस बिजनेस के खूब चलने के चांस है. कुल्हड़ बनाने के लिए आपको कच्चे माल के तौर पर मिटटी की जरूरत होगी. जिसको आप नदी या फिर तालाब के किनारें से ले सकते है. इसके बाद आपको सांचे की जरूरत होगी जिसकी मदद से आप कुल्हड़ को अपने मुताबिक आकार भी दे सकते है. फिर अपनी कुल्हड़ को पकाने के लिए आपको भटटी की जरूरत होगी. जिसमें आप कुल्हड़ को पका सकते है.