हरियाणा के पानीपत में दो बहने एक साल से घर में बंद थीं. सूचना मिलने के बाद पुलिस और सामाजिक संस्था के लोगों ने मिलकर दोनों को रेस्क्यू किया. बताया जा रहा है कि माता-पिता की मौत के बाद दोनों ने खुद को घर में बंद कर लिया था. दोनों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.
बच्चो के ऊपर से कम उम्र में मां बाप के साया चला जाना कोई आम बात नहीं है। यह सोचकर भी मन घबरा जाता है कि आपकी जिंदगी में सबसे ज्यादा प्यार करने वाले मां और बाप आपकी जिंदगी से हमेशा के लिए चले जाए उनकी मौत हो जाए जाए तो जिंदगी कैसी होगी ऐसे ही जिंदगी हरियाणा के पानीपत में दो लड़कियां जी रही थी ना कुछ खाने का होश ना कुछ पहनने का होश बस बद से बदतर स्थिति में 1 साल से अपने घर के कमरे में अपने आप को कैद कर रखी हुई लड़कियां जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही थी
हरियाणा के पानीपत में एक साल से घर में बंद दो बहनों का रेस्क्यू किया गया. माता-पिता की मौत के बाद दोनों बहनों ने खुद को घर में कैद कर लिया था. दोनों में से एक लड़की निर्वस्त्र हालत में थी तो दूसरी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं लग रहा था. पुलिस ने दोनों को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया है.
जानकारी के अनुसार, पानीपत के कायस्थान मोहल्ले से पुलिस ने सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर एक साल से घर में बंद दो बहनों का रेस्क्यू किया. रेस्क्यू की गई दोनों बहनों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं लग रहा है. घर में बंद एक लड़की निर्वस्त्र हालत में मिली. दोनों के शरीर पर सैकड़ों जख्म थे. घर में बेहद गंदगी थी, जिसकी वजह से दुर्गंध फैली हुई थी.
मकान पर कब्जे के डर से खुद को कैद किया।
मां बाप ने पसीने की कमाई से उस मकान को बनाया उस मकान की जद्दोजहद में वह लड़कियां लड़की संघर्ष करती रहीं ऐसा ना हो मकान कब्जे में चला जाए कोई रिश्तेदार उस मकान कोचिंग ले इसी डर की वजह से लड़कियां गंदगी में बदबूदार जगह में उसी मकान में रहने के लिए मजबूर होती रही
एमए क्वालिफाइड हैं दोनों बहनें।
बताया जा रहा है कि लड़कियों का परिवार शिक्षित था. दोनों बहनें एमए पढ़ी हैं. सालभर पहले दोनों प्राइवेट जॉब भी करती थीं. पुलिस टीम ने जब दोनों को रेस्क्यू किया तो इसके बाद दोनों ताले की चाबी इस डर से मांग रही थीं कि कहीं घर पर कोई कब्जा न कर ले. रेस्क्यू के बाद छोटी बहन चिल्लाकर कह रही थी कि घर पर ताला लगा दो. ताला लगाने के बाद जब उसे चाबी दी गई, वह तब शांत हुई.
बड़ी बहन की रीढ़ की हड्डी टूटी मिली।
रेस्क्यू की गई बड़ी बहन सोनिया की रीढ़ की हड्डी टूटी थी, जिसकी वजह से वह बिस्तर पर पड़ी रहती थी. घर में गंदगी की वजह से बदबू फैली तो पड़ोसियों को शक हुआ. इसके बाद उन्होंने सूचना पुलिस व समाजसेवी संस्थाओं को दी. रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो छत के रास्ते अंदर पहुंची. घर में बेदह गंदगी फैली हुई थी.
खिड़की से ही लेती थी खाने पीने की चीजें।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों में से छोटी बहन खिड़की पर आकर गली से गुजरने वालों को पैसे देकर दुकान से सामान मंगाती थी. उसके बाद खिड़की बंद कर लेती थी
पुलिस प्रशासन मदद से दोनों लड़कियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है