आपको बतादें की भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर काफी अच्छी खबरें सामने आ रही है. जहां पर हाल ही में RBI रिर्जव बैंक आॅफ इंडिया की तरफ से इंडिया की जीडीपी 6.5 रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. जो की अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष यानि आईएमएफ के जताई गई संभावना से काफी अलग और ज्यादा है. हाल ही में एक रिपोर्ट में वहीं रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत की अर्थव्यवस्था को देखते हुए बताया है की इस साल भारत की जीडीपी 6.5 फीसदी तक रह सकती है. वहीं इसके साथ ही आपको बतादें की भारत की अर्थव्यवस्था पर आ रहे खतरे जो की 2000 के नोटों को लेकर है. बतादें की उस और से भी खुश खबरी के होने की खबर है.
बैंकों में लौटे 72 प्रतिशत 2000 के नोट
हाल ही में रिर्जव बैंक आॅफ इंडिया के गर्वनर ने हाल ही में इस बात की जानकारी देते हुए बताया है की बैकों में 2000 के नोटों का 72 प्रतिशत वापस आ चुका है. इस एक महीनें के अंदर बैंकों में तकरीबन 3.62 लाख करोड़ से 2.41 लाख करोड़ रूपये वापस आ चुके है. इसके साथ ही उनका कहना है की इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नही मिल सकता है.
आपको बतादें की केंद्रीय बैंक ने अचानक से ही 19 मई को 2000 के नोटों को बंद कर दिया था जिसके बाद उन्होंनंें लोगों केा जानकारी देते हुए बताया की वे अपने पुराने 2000 के नोटों केा दूसरे मुल्य के नोटों के एक्सचेंज कर सकते है जिसके लिए उनके पास 30 सितंबर तक का समय है. हाल ही में केवल एक ही महीनें के दौरान बैंकों में 2000 के नोटों के 2.41 लाख करोड़ रूपये का हिस्सा वापस आ चुका है. ये पैसा बैंक खातों में जमा के रूप में आया है.