महंगाई कम करने की आरबीआई की कोशिशों का असर अब दिखाई देने लगा है। मार्च में महंगाई की दर में कमी देखने को मिली है। मार्च में मुद्रास्फीति घटकर 5.66 रह गई है। इसका मुख्य कारण खाद्य और ईंधन की कीमतों में कमी है।
सरकार की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है। सीपीआई उन वस्तुओं और सेवाओं की खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करता है जिन्हें परिवार अपने दैनिक उपभोग के लिए खरीदते हैं।
मार्च महीने में निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर।
मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 15 महीने के निचले स्तर पर रही। मार्च 2022 में महंगाई दर 6.44 फीसदी रही थी। खाद्य पदार्थों की महंगाई बीते महीने 4.79 फीसदी रही, फरवरी में यह 5.95 फीसदी थी। मासिक आधार पर इसमें बड़ी गिरावट आई है। बता दें कि जनवरी में खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर 6.52 फीसदी पर पहुंच गई थी।
मार्च महीने में 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर
मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 15 महीने के निचले स्तर पर रही। मार्च 2022 में महंगाई दर 6.44 फीसदी रही थी। खाद्य पदार्थों की महंगाई बीते महीने 4.79 फीसदी रही, फरवरी में यह 5.95 फीसदी थी। मासिक आधार पर इसमें बड़ी गिरावट आई है। बता दें कि जनवरी में खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर 6.52 फीसदी पर पहुंच गई थी।
मार्च में सब्जियों की कीमतों में 8.51 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
मार्च 2022 में कोर महंगाई दर 6.1 फीसदी से घटकर 5.8 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 6.1 फीसदी थी। मार्च में सब्जियों की महंगाई दर -8.51 फीसदी, पेट्रोलियम पदार्थों की महंगाई दर 8.91 फीसदी, हाउसिंग क्षेत्र में महंगाई दर 4.96 फीसदी, कपड़ों और जूतों की महंगाई दर 8.18 फीसदी और दालों की महंगाई दर 4.33 फीसदी रही।