भारत भूमि कई रहस्यों व विचित्र परंपराओं से भरी हुई है। यहां हर राज्य में ऐसे परंपरा, प्रथाएं और विचित्र व रहस्यमयी मंदिर मिल जाएंगे, जो लोगों को हैरान कर देते हैं। भारत में अनोखे रीति रिवाज व रहस्य से भरे हुए कई मंदिरों के बारे में आपने सुना होगा। ऐसे ही एक अनोखे मंदिर के बारे में हम यहां आपको बता रहे हैं, जो केरल में कन्नौर शहर के पास स्थित है। यहां वलापट्टनम नदी के किनारे पर स्थित मुथप्पन मंदिर में भगवान को चाय और मूंग की चाट भोग में चढ़ाई जाती है।
निराली परंपरा ने मंदिर को किया मशहूर।
मुथप्पन मंदिर अपनी भव्यता के साथ-साथ निराली परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर के अनुष्ठान कई मायनों में अद्वितीय हैं। दक्षिण भारत के अधिकांश मंदिर में सिर्फ सात्विक ब्राह्मणों को ही मंदिर में प्रवेश करने दिया जाता है, जबकि मुथप्पन मंदिर में ऐसी बाध्यता नहीं है। इस मंदिर में पारंपरिक रूप से भगवान को चाय, मूंग की चाट के साथ-साथ मछली, मांस और ताड़ी भी चढ़ाई जाती है। मुथप्पन थिरुप्पन महोत्सवम मंदिर का प्रमुख त्योहार है, जो हर साल में तीन दिन के लिए मनाया जाता है।
विष्णु व शिव के अवतार है भगवान मुथप्पन।
स्थानीय धार्मिक मान्यता के अनुसार मुथप्पन मंदिर में विराजित मुथप्पन देवता को भगवान विष्णु और शिव का अवतार माना जाता है। हर दिन मंदिर परिसर में सैंकड़ों लीटर दूध की चाय बनाई जाती है और भक्तों को फ्री में चाय पिलाई जाती है।
मंदिर में मुफ्त में रहने की व्यवस्था।
मुथप्पन मंदिर में हर साल सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं और यहां श्रद्धालुओं को रहने के लिए मुफ्त व्यवस्था उपलब्ध है। इस मंदिर में भगवान को प्रसन्न करने से लिए विशेष तरह का नृत्य भी होता है, जिसे थियम कहते हैं। इस नृत्य इसे देखने के लिए भी लोग आते हैं। इस दौरान यहां बांटी जाने वाली चाय का टेस्ट अनोखा होता है।