Bank Of Baroda: हाल ही में कुछ समय पहले से ही बैंक ऑफ बड़ौदा के मोबाइल बैकिंग ऐप को लेकर के कुछ विवाद चल रहा है. जहां पर अब इस सरकारी बैंक की परेशानियां दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है. इसके साथ ही बैंक के पहले डिजीटल बैंकिग के हेड के बर्खास्त होने पर भी बैंक ऑफ बड़ौदा के सीईओ का बड़ा बयान सामने आया है. जहां पर बैंक ऑफ बड़ौदा के सीईओ देबदत्त चंद ने हाल ही में एक प्रेस काॅन्फ्रेस के दौरान ये बात कही है, कि उन्होनें डिजीटल बैंकिग के हेड अखिल हांडा केा बर्खास्त कर दिया है. जबकि अखिल हांडा की तरफ से जारी हुए बयान में ये सामने आया कि, उन्होनें अपनी मर्जी के साथ बैंक की नौकरी को छोड़ा है और उन्हें बर्खास्त नही किया गया है. इसके साथ ही अखिल ने कहा है, कि बैंक मामले को दबानें के लिए ऐसा बातों का इस्तेमाल कर रहा है. क्योंकि वह मीडिया की नजरों से अपनी की हुई लापरवाही से ध्यान को भटकाना चाहता है. अपनी बात को ठीक प्रूफ करने के लिए उन्होनें अपनरा रजिगेन्शन लेटर भी शो किया है.
ये मामला हाइलाइट तक हुआ जब Reserve Bank Of India RBI आरबीआई बैंक की तरफ से बैंक ऑफ बड़ौदा के डिजीटल बैंकिग सिस्टम केा रोकने के लिए आदेश जारी किया गया था. आरबीआई की तरफ से बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए ये आदेश जारी किया गया था, जहां पर ये बताया गया था, कि बैंक अपने डिजीटल बैकिंग ऐप में पहले कमियों को ठीक करें, उसके बाद से ही ग्राहकों को ऐप के साथ में जोड़े. लेकिन ग्राहकों को जोड़ने से पहले ऐप के अंदर मौजुद खामियों को पहले ठीक किया जाना जरूरी है. इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने अपनी स्टेटमेंट में ये भी कहा था, कि ऐप को ठीक करने के दौराप ्ग्राहकों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नही होनी चाहिए.
साफ तौर पर ये सामने आ चुका है, कि बैंक ऑफ बड़ौदा के डिजीटल बैंकिग सेक्टर में कुछ गलत तो जरूर चल रहा है. जहां पर ऐप पर यूजर्स की संख्या को बढ़ाकर के बताने के चक्कर में गलत तरीकें से ग्राहकों को जोड़ा जा रहा था. हाल ही में बैंक ने इस परेशानी को दूर करने के लिए अहम कदम उठाने का फैसला किया है. जिसके साथ ही ऐप में मौजुद खामियों को भी जल्द ही बैंक की तरफ से ठीक किया जानें वाला है.