बेमौसम बारिश से किसान परेशान।फसलों में भारी नुकसान।

KISAN

इस वक्त देश ऐसे ही अजीबोगरीब हालात से गुजर रहा है। बेमौसम बारिश और ओलों की बौछार ने उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के किसानों को कहीं का नहीं छोड़ा है। बीते मार्च महीने में बारिश तकरीबन पूरे महीने होती रही। यह सिलसिला आधा अप्रैल बीतने पर भी खत्म नहीं हुआ। भारी बारिश और ओलावृष्टी ने रबी की फसल को चौपट ही कर दिया।

मध्यप्रदेश बेमौसम बारिश के चलते किसानों की गेहूं की फसल तकरीबन खराब हो चुकी है. जो खेत कल तक लहलहाते नजर आ रहे थे, गेंहू काटने की तैयारी किसान कर रहे छे. उनके गेंहू की फसल कटने से पहले ही कुदरत के कहर से 80 फीसदी बर्बादी हो गई है.

रंगों का त्योहार होली इस बार मध्य प्रदेश के किसानों के लिए बेरंग हो गई है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते मध्यप्र देश के किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है. किसानों के खेत में खड़ी लहलहाती फसल ओलावृष्टि से मुरझा गई है. कई जगह पर फसल 80 फीसदी तक खराब हो गई है.

क्यों बदल रहा है मौसम 
तेज गर्र्मी के बीच अचानक बादल से शहर के घिरने की वजह के पीछे मौसम विभाग वजह बता रहा है कि गुजरात के उत्तरी हिस्से में चक्रवाती हवा का घेरा बना है, मध्य प्रदेश के हिस्से में अरब सागर से हवा घूम कर आ रही है और इस कारण उसमें नमी भी है। आने वाले दो-तीन दिनों तक मौसम ऐसा रह सकता है। हवा सामान्य से ज्यादा रफ्तार से भी चल सकती है।

मुख्यमंत्री ने राहत देने की बात कही।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेमौसम होली ओलावृष्टि को देखते हुए किसानों को राहत देने की बात कही है और साथ ही आदेश भी दिए हैं कि जहां जहां पर किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है वहां पर सर्वे शुरू कराया जाए। इसी के आधार किसानों को राहत दी जाएगी
मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का सिस्टम आज यानी गुरुवार को और एक्टिव रहेगा। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी का असर बढ़ेगा। गुरुवार को भोपाल में बादल छाएंगे। नीमच-मंदसौर समेत प्रदेश के 11 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। कुछ जगह ओलावृष्टि भी हो सकती है।

मार्च से प्रदेश में मौसम बदला था। भोपाल समेत धार, आगर, खरगोन, ग्वालियर, रतलाम, बैतूल, राजगढ़ में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी चली। आकाशीय बिजली भी गिरी। इसके बाद लगातार मौसम बदला रहा। बुधवार को भी भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। मुरैना, आगर-मालवा, ग्वालियर समेत कई जिलों में ओलों के साथ बारिश भी हुई। 9 मार्च को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

24 घंटे में ग्वालियर के घाटीगांव में सबसे ज्यादा बारिश
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 29 जिलों में तेज और हल्की बारिश हुई। ग्वालियर के घाटीगांव में सबसे ज्यादा 30.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर सिटी, चिनौर, भितरवार में भी बारिश हुई। इनके अलावा भोपाल, इंदौर, शिवपुरी, मुरैना, मंदसौर, आगर, राजगढ़, भिंड, गुना, सीहोर, उज्जैन, श्योपुरकलां, धार, शाजापुर, अशोकनगर, नीमच, विदिशा, रतलाम, देवास, खरगोन, बड़वानी, रायसेन, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सागर, निवाड़ी और छतरपुर जिले में भी बारिश दर्ज की गई है।

दोपहर बाद से बदलना शुरू होगा मौसम

मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि साउथ वेस्ट राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बना। इसके अलावा, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय रहा। इस कारण एक्टिविटी हुई। साउथ कोंकण से लेकर सेंट्रल छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन गुजरने से सिस्टम और मजबूत हो गया। इसी की वजह से वेदर डिस्टर्ब हुआ। प्रदेशभर में ओले, बारिश और आंधी का दौर चला। 7 और 8 को ईस्ट एमपी में सिस्टम गुजरा और छत्तीसगढ़ पहुंच रहा है। इस कारण 9 मार्च को दोपहर तक मौसम बदला रहेगा। इसके बाद सामान्य हो जाएगा। कुछ जगह 10 मार्च को भी हल्की बारिश हो सकती है।

मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का सिस्टम आज यानी गुरुवार को और एक्टिव रहेगा। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी का असर बढ़ेगा। गुरुवार को भोपाल में बादल छाएंगे। नीमच-मंदसौर समेत प्रदेश के 11 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। कुछ जगह ओलावृष्टि भी हो सकती है।

3 मार्च से प्रदेश में मौसम बदला था। भोपाल समेत धार, आगर, खरगोन, ग्वालियर, रतलाम, बैतूल, राजगढ़ में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी चली। आकाशीय बिजली भी गिरी। इसके बाद लगातार मौसम बदला रहा। बुधवार को भी भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। मुरैना, आगर-मालवा, ग्वालियर समेत कई जिलों में ओलों के साथ बारिश भी हुई। 9 मार्च को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

24 घंटे में ग्वालियर के घाटीगांव में सबसे ज्यादा बारिश
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 29 जिलों में तेज और हल्की बारिश हुई। ग्वालियर के घाटीगांव में सबसे ज्यादा 30.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर सिटी, चिनौर, भितरवार में भी बारिश हुई। इनके अलावा भोपाल, इंदौर, शिवपुरी, मुरैना, मंदसौर, आगर, राजगढ़, भिंड, गुना, सीहोर, उज्जैन, श्योपुरकलां, धार, शाजापुर, अशोकनगर, नीमच, विदिशा, रतलाम, देवास, खरगोन, बड़वानी, रायसेन, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सागर, निवाड़ी और छतरपुर जिले में भी बारिश दर्ज की गई है।

दोपहर बाद से बदलना शुरू होगा मौसम

मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि साउथ वेस्ट राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बना। इसके अलावा, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय रहा। इस कारण एक्टिविटी हुई। साउथ कोंकण से लेकर सेंट्रल छत्तीसगढ़ तक ट्रफ लाइन गुजरने से सिस्टम और मजबूत हो गया। इसी की वजह से वेदर डिस्टर्ब हुआ। प्रदेशभर में ओले, बारिश और आंधी का दौर चला। 7 और 8 को ईस्ट एमपी में सिस्टम गुजरा और छत्तीसगढ़ पहुंच रहा है। इस कारण 9 मार्च को दोपहर तक मौसम बदला रहेगा। इसके बाद सामान्य हो जाएगा। कुछ जगह 10 मार्च को भी हल्की बारिश हो सकती है।

आज इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना

भिंड, मुरैना, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़, निवाड़ी, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर और छतरपुर में आज हल्की बारिश हो सकती है। बिजली चमकने और गिरने की संभावना भी है।

सिस्टम का इन जिलों में असर रहा

भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, मंदसौर, रतलाम, नर्मदापुरम, विदिशा, राजगढ़, बड़वानी, सीहोर, रायसेन, धार, हरदा, शाजापुर, छिंदवाड़ा, आगर-मालवा, खंडवा समेत 20 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला। कहीं हल्की तो कहीं पर तेज बारिश-आंधी के साथ ओले गिरे। इस कारण गेहूं-चने की फसलें बर्बाद हो गई। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित फसलों का सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। कई जिलों में मंत्री-विधायक भी प्रभावित फसलों का जायजा लेने के लिए खेतों में उतरे।

कई शहरों में दिन-रात के तापमान में गिरावट

बदले मौसम की वजह से प्रदेश के कई शहरों में दिन और रात के तापमान में गिरावट हुई है। कई जगहों पर तो पारा 7 डिग्री से ज्यादा लुढ़क गया। गर्मी से गुरुवार को थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन इसके बाद तेज गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा। 10 मार्च के बाद से गर्मी अपना असर दिखाना शुरू कर देगी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home
Google_News_icon
Google News
Facebook
Join
Scroll to Top