रविवार को बांग्लादेश में हुए प्रदर्शन के कारण अब शेख हसीना की हालत इस्तीफे पर आ गई है. प्रदर्शन में कई लोग घायल हुए और अधिकारियों ने 18 लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है. 1 जुलाई 2024 को हाई कोर्ट ने अपना कोटा सिस्टम बहाल किया जिसके अनुसार सेना में सेवा दे चुके लोगों के बच्चे या उनके परपोत्र को सरकारी नौकरी में आरक्षण मिलेगा. इसके खिलाफ छात्र नेताओं ने विरोध करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी मेरिट के हिसाब से मिलनी चाहिए ना की कोटे के अनुसार.

हंगामे को देखते हुए स्कूल कॉलेज को किया गया बंद
इस कोटे के बाहल होने के बाद इसने बांग्लादेश के छात्रों में आक्रोश भर गया और उन्होंने बांग्लादेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन चालू कर दिया. जिसकी वजह से देश के हर कोने में प्रदर्शन का माहौल है. और तीन दिन के लिए स्कूल कॉलेज बंद है. छात्र संघ नेता और उनके साथ के प्रदर्शनकरिओं ने ढाका तक 6 अगस्त को लांग मार्च करने की बात कही और आम नागरिकों से अपील की कि वह ढाका में उपस्थित रहे.

स्टूडेंट एक्टिविस्ट ने देश के नागरिकों से की अपील
इस रैली को ढाका में 6 अगस्त दोपहर 2:00 बजे होना था लेकिन बाद में इसे 5 अगस्त को कर दिया गया. इस मार्च की वजह से ढाका में कर्फ्यू लगा दिया गया है ताकि हिंसक घटनाएं न हो पाए. स्टूडेंट एक्टिविस्ट ने देश के नागरिकों से अपील की कि वह टैक्स या अन्य किसी भी बिल का भुगतान न करें. इस प्रदर्शन में प्रमुख नेता नासिक इस्लाम ने कहा शेख हसीना को खाली इस्तीफा ही नहीं बल्कि उनके ऊपर भ्रष्टाचार डकैती व लूट के भी चार्ज लगने चाहिए
