होली और रंगपंचमी की छुट्टियों के बाद मप्र विधानसभा का बजट सत्र फिर शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बनी डॉक्यूमेंट्री के मामले में BBC (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन) के खिलाफ सोमवार को अशासकीय संकल्प (निंदा प्रस्ताव) पास किया गया। शाम तक चले सदन में कई मुद्दों पर हंगामा भी हुआ।
मंगलवार सुबह 11 बजे से सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होगी। इसमें कांग्रेस कई मुद्दों पर सरकार को घेरने के मूड में है।
जीतू पटवारी के निलंबन से कांग्रेस नाराज
बजट सत्र के 5वें दिन कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को स्पीकर ने बजट सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया था। इस पर कांग्रेस ने हंगामा किया था। इसके बाद सत्र 13 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। सोमवार को सदन की कार्रवाई शुरू हो गई। हालांकि, ज्यादातर कांग्रेस विधायक पहले सत्र के बाद चले गए। इसी दिन कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर शक्ति प्रदर्शन किया था
मुख्यमंत्री ने कहा- यह डॉक्यूमेंट्री भारत की संप्रभुता पर गैर जिम्मेदार हमला है। इसका मकसद भारत के संविधान को कमजोर करना है। अशासकीय संकल्प भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन ने पेश किया था। सीएम ने कहा- मैं मानता हूं कि भारत को बदनाम करने का बीबीसी ने जो प्रयास किया, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।
इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान महेश्वर से कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में नकली जेवर बांटने का मुद्दा उठाया। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच का भरोसा दिया। विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के प्रदर्शन और राजभवन के घेराव को लेकर कहा- खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे। उन्हें विधानसभा में रहना चाहिए, लेकिन किसी न किसी बहाने हंगामा खड़ा करना कांग्रेस का मकसद रह गया है।
मंदिर की राशि को लेकर विधानसभा में हंगामा
राजगढ़ से कांग्रेस विधायक बापूसिंह तंवर ने मंदिर की राशि जारी नहीं होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि धर्मस्व और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के विभाग को सरकार ने बजट ही नहीं दिया। उन्होंने मंत्री से राशि जारी करने की मांग की। इस पर खुद उषा ठाकुर कुर्सी से उठीं और बोलीं कि मेरे विभाग को बहुत बजट दिया है।
विधायक तंवर ने कहा कि सरकार ने मीडिया को भी खरीद लिया। इस पर बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और मीडिया से माफी मांगने की बात कही।