प्रशासन का अनोखा चमत्कार ,खेत के ऊपर बनाया बिना सड़क का दुर्लभ पुल
हम लोग बात कर रहे है बिहार कर अररिया जिले की जहां का अनोखा पुल बड़ी चर्चा बना हुआ है.
यहां एक सूख चुकी नदी के ऊपर पुल एवं तीन किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए तीन करोड़ रुपए आवंटित किए गए , लेकिन प्रशासन की कड़ी मेहनत के बदौलत खेत के बीचों बीच एक पुल बन कर खड़ा हुआ जिसकी दोनो तरफ से सड़क का अतापता ही नहीं.है

गांव वालों की प्रतिक्रिया
गांव वालों की माने तो वे लोग खुद हैरान है की ये पुल कहा जाने के लिए बना है और इस समस्या का क्या करना चाहिए.और यह जिस नदी के ऊपर बना है वह सिर्फ बरसात के समय ही बहती है और गांव के लिए खतरा बन जाती है.बात 18 जून की है जब अररिया के पडरिया घाट पर बना पुल ध्वस्त हो गया था जिसकी वजह से पुल निर्माण पर बड़े सवाल उठे थे.
इस बीच, प्रशासन ने पुल का निर्माण तो कर दिया लेकिन एक्सप्रेसवे या सड़क बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची लोगों का कहना है की जमीन के बारे में पहले से सोचा ही नहीं गया.,स्थानीय लोगों ने पुलों के गिरने के लिए सरकार और ठेकेदारों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है . उन्होंने कहा कि पुलों के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है और.इसमें अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत है.अब यह घटना प्रशासन के गले की फांस बनी है.

मामले में डीएम की प्रतिक्रिया
अररिया के डीएम इनायत खान ने बताया की यह मामला उनकी संज्ञान में आया है,उन्होंने इस मामले से जुड़े कार्यपालक अभियंता से रिपोर्ट मांगी है और डीओ और एसडीओ समेत संबंधित सभी अभियंताओं से उस जगह की निगरानी और भ्रमण करने को कहा गया.
उस जमीन को लेकर सभी मामलों की जांच की जा रही है.इस मामले में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा की सड़क के साथ साथ पुल भी बन के तैयार हो जाए.
