प्रशांत किशोर को राजनीतिक रणनीतिकार और चुनावी जादूगर भी कहा जाता है। वे जिस पार्टी के साथ जाते हैं उसकी जीत करीब-करीब पक्की हो जाती है। तो अब प्रशांत किशोर जनता का मन टटोलने निकले हैं
बिहार के लोगों से रूबरू होने और जनता को जागरूक करने के लिए जन सुराज पदयात्रा के तहत चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) गांव-गांव जा रहे हैं. कई जिलों में पदयात्रा कर चुके हैं. हर मुद्दे पर अपनी बात बहुत ही बेबाकी से रख रहे हैं. 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है और उससे पहले प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है. गुरुवार (25 मई) को पीके का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने यह साफ कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वो कैसे प्रत्याशी की मदद करेंगे.
राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने बुधवार को संकेत दिया कि उन्हें बिहार में ‘जन सुराज अभियान’ के लिए अपने पूर्व ग्राहकों से वित्तीय सहायता मिल रही है जिनमें से कई अब अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री हैं। किशोर ने यहां से लगभग 300 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वन अभयारण्य वाल्मीकिनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये खुलासा किया। वह दो अक्टूबर से 3500 किलोमीटर की एक पदयात्रा पर हैं । उनका अभियान पूर्ण राजनीतिक दल का स्वरूप ले, उससे पूर्व वह अपने गृह राज्य के हर कोने में पहुंचकर लोगों की राय लेना चाहते हैं।
ईमानदार व्यक्ति जीतकर आएगा, तभी स्थिति में सुधार आएगी’
गुरुवार को प्रशांत किशोर का वीडियो बयान जारी किया गया है. इसमें प्रशांत किशोर ने यह कहा है- “अगर मैं नेताओं और दलों को सलाह देकर जिता सकता हूं तो भरोसा रखिए बिहार की जनता को भी जिता सकता हूं. इस पूरे अभियान में जनता के बीच से ऐसे लोगों को ढूंढकर निकालेंगे और उनके साथ अपनी पूरी शक्ति, बुद्धि, संसाधन लगाएंगे कि उनको जिता कर लाएंगे. जब कोई ईमानदार व्यक्ति जीतकर आएगा, तभी स्थिति में सुधार आएगी.”
‘एमएलसी के चुनाव में मदद की गई और वह प्रत्याशी जीत गए’।
पीके ने कहा कि अगले साल 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव पूरी तरह से जनता पर निर्भर करेगा. अगर लोगों को लगेगा कि विकल्प की जरूरत है तो उसकी मदद वह खुद करेंगे, जैसे पिछले पांच जिलों में जब हम पद यात्रा कर रहे थे तो वहां एमएलसी का चुनाव था और लोगों ने तय किया कि एक निर्दलीय की मदद करनी चाहिए. जन सुराज ने शिक्षक निर्वाचन के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी की मदद की और वो चुनाव जीत गए. 2024 लोकसभा के चुनाव में बिहार की जनता अगर नया विकल्प खोजेगी, तय करेगी कि इनको चुनाव लड़ना चाहिए तो उसकी पूरी तरह से मदद हम करेंगे.