प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने संसद भवन के निर्माण और उसके विकास में काम करने वाले 11 मजदूरों को सम्मानित किया. नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों को पारंपरिक शॉल से सम्मानित करने के साथ ही उन्हें स्मृति चिन्ह भी सौंपा. प्रधानमंत्री ने उन श्रमिकों से भी बातचीत की, जिन्होंने लगभग तीन वर्षों तक 64,500 वर्ग मीटर में फैले विशाल परिसर का निर्माण किया.
60 हजार श्रमिकों को मिला रोजगार।
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “आज, जब हम अपनी संसद के नए भवन का उद्घाटन कर रहे हैं, हम श्रमिक (श्रमिकों) को उनके अथक समर्पण और शिल्प कौशल के लिए सम्मानित करते हैं.” नए भवन के उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विशाल परिसर के निर्माण ने 60,000 श्रमिकों को रोजगार प्रदान किया और कहा कि श्रमिकों को समर्पित एक डिजिटल गैलरी भी परिसर में बनाई गई है. बता दें कि सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के हिस्से के रूप में दिसंबर 2020 में शुरू हुए विशाल प्रोजेक्ट में हजारों वर्कर शामिल थे.
पीएम मोदी ने 11 श्रमिकों को किया सम्मानित।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने रविवार को जिन 11 श्रमिकों को सम्मानित किया, उनमें पश्चिम बंगाल के सत्यरंजन दास थे, जो निर्माण स्थल पर श्रमिकों के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था करते थे. इसके अलावा पीएम मोदी ने सुपरवाइजर एजाज अहमद और मजदूरों के लिए चाय-पानी की व्यवस्था करने वाले उरंजन दलाई को भी सम्मानित किया. प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित अन्य श्रमिकों में वड़ोदरा से देवलाल सुखर और बिहार से अनिल कुमार यादव शामिल हैं.