एक समय था जब राबड़ी देवी को पूरे बिहार में एक सशक्त महिला मुख्यमंत्री से संबोधित किया जाता था
राबड़ी देवी के बिहार के मुख्यमंत्री बनने के सियासी घटनाक्रम को देश की राजनीति के महत्वपूर्ण अध्यायों में शुमार किया जाता है। मुख्यमंत्री बनने से पहले राबड़ी देवी (Rabri Devi) के पास सिर्फ अपने परिवार की जिम्मेदारी हुआ करती थी। रसोईघर ही उनका दफ्तर हुआ करता था और उनकी जवाबदेही भी सिर्फ लालू यादव (Lalu Yadav) व अपने परिवार तक सीमित थी लेकिन अचानक ऐसा कुछ हुआ, जिसने राबड़ी (Rabri) को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचा दिया। वह रातों-रात पूरे राज्य की मुखिया बन गईं। ओर अब बिहार की जनता आज महंगाई ,बेरोजगारी और घोटाले से त्रस्त हैं। सिर्फ राबड़ी देवी ही नहीं बल्कि उनके पति लालू यादव पर भी कई घोटाले के इल्जाम है
बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई की टीम छापेमारी के लिए पहुंची है। राजधानी पटना में आवास पर सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ये छापेमारी करने पहुंची है।बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेज प्रताप भी मौजूद हैं.
बता दें लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से समन जारी हुआ था. CBI की चार्जशीट पर कोर्ट ने 15 मार्च को पेश होने को कहा था, लेकिन उससे पहले ही पूर्व सीएम के घर CBI पहुंच गई है.
पूरा मामला तब सामने आया जब विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला था। इसी दौरान जानकारी मिली की राबड़ी आवास पर सीबीआई की कई गाड़ियां पहुंची, अधिकारी में जांच में जुटे हुए हैं।
राबड़ी आवास पर CBI रेड का पुराना इतिहास’
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी राबड़ी खुद आवास पर खुद मौजूद हैं। सीबीआई की टीम छापेमारी में लगी हुई है। कई सुरक्षाकर्मी भी हैं जो भी आवास में जमे हुए हैं। सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह भी पहुंचे हैं। इस कार्रवाई पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि, ‘राबड़ी आवास सीबीआई की रेड का पुराना इतिहास रहा है।’
जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई की रेड
जानकारी के मुताबिक, जमीन देकर नौकरी देने के मामले को लेकर सीबीआई की टीम छापेमारी करने पहुंची है। सीबीआई के अधिकारी दो-तीन गाड़ी में आए। बताया जा रहा कि सीबीआई की टीम पहुंचने से पहले सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आवास से निकल गए थे। आज विधानसभा का सत्र भी है, जिसमें डिप्टी सीएम शामिल होने के लिए राबड़ी आवास से निकल गए थे।
इस मामले में छापेमारी के लिए पहुंची सीबीआई
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की ये कार्रवाई जमीन के बदले नौकरी के मामले से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि 2004 से 2009 की अवधि के दौरान, लालू यादव ने रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी के पदों पर नौकरी के बदले कैंडिडेट्स से जमीन ली थी। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर ये जमीन ली थी और आर्थिक लाभ प्राप्त किया था। पटना के रहने वाले कई लोगों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से जमीन बेची थी।
अधिकारियों के मुताबिक, उस दौरान रेलवे में भर्ती के लिए विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था। फिर भी जो पटना के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न जोनल रेलवे में सब्स्टिट्यूट के रूप में नियुक्त किया गया था। सीबीआई का कहना है कि इस मामले में पटना में 1,05,292 फुट जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी।
CBI को लेकर पीएम मोदी पर बोला था हमला
अभी एक हफ्ते पहले ही 28 फरवरी 2023 को राबड़ी देवी ने पीएम मोदी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा- “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लालू यादव से डर हैं, इसलिए वे हमें बांधना चाहते हैं”, RJD नेता राबड़ी देवी ने मंगलवार को कहा कि 30 साल से हमें परेशान किया जा रहा है और हम झेल रहे हैं और आगे भी झेलेंगे.।।