श्रमिक दिवस पर पिपलानी में आयोजित कार्यक्रम मे कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल हुए। भोपाल में कांग्रेस की पहली सभा गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित की गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज चुनौती प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखने की है। नौजवान रोजगार के लिए परेशान है महिलाएं असुरक्षित हैं। जब तक प्रदेश में निवेश नहीं आएगा तब तक आर्थिक गतिविधि नहीं बढ़ेगी और बाजार नहीं चलेंगे। मंदिर मस्जिद जाने से रोजगार नहीं मिलेगा। इसके लिए हमें प्रयास करने होंगे। 5 महीने बाद जब हमारी सरकार आएगी, तो मजदूर वर्ग के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। जिस बीएचईएल के पिपलानी क्षेत्र में यह सभा हो रही है वहां जब कारखाने की शिफ्ट बदलती थी तब हजारों लोग सड़क पर होते थे। आज 4000 मजदूर भी नहीं है। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश किस दिशा में जा रहा है।
कमल नाथ ने कहा भेल हमारा श्रम शक्ति का मंदिर हैं। पहले भेल में सैकडों मजदूर काम करते थे। पंडित जी ने भेल बनाया। यह हमारा संस्कृति का प्रतीक है। भेल में सभी राज्यों से लोग आए। हमारी विभिन्न त्योहार, जाति, धर्म है। हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है। हर मोहल्ले में हर जाति और धर्म के लोग हैं। भाजपा ने बड़े बड़े ठेके दिए, 25 प्रतिशत एडवांस ले लिया। प्रदेश खोखला कर दिया कांग्रेस ने नीति और नीयत का परिचय दिया। शिवराज सिंह को अब बहने याद आने लगी। सबसे ज्यादा प्रदेश में महिलाओं पर जुल्म हुए है। हमारी सरकार आएगी और निवेश लाएंगे।
सुरेश पचौरी ने कहा पत्रकारों के लिए कड़ा सुरक्षा कानून कांग्रेस सरकार लाएगी। प्रदेश के विकास में कमल नाथ का विशेष योगदान रहा है। हमें कष्ट होता है जब कोई आपको पूर्व मुख्यमंत्री कहता है। श्री पचौरी ने कहा की कमलनाथ देश के विकास पुरुष हैं। कमलनाथ ने सड़कों के निर्माण के लिए 25 हजार करोड़ रुपए दिए। मेट्रो प्रोजेक्ट कमलनाथ लाए। मुख्यमंत्री रहते हुए 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी। भेल का कारखाना पंडित जवाहरलाल नेहरू, शंकर दयाल शर्मा की बदौलत है।
पूर्व मंत्री और भोपाल के प्रभारी मुकेश नायक ने कहा भोपाल की सातों सीटें कांग्रेस जीतेगी। भाजपा धर्म का उपयोग जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए करती है। उन्होंने कहा। पहले मोदी जी ट्रेन में चाय बेचते थे। अब प्रधानमंत्री बनने के बार ट्रेन बेच रहे हैं। भेल जैसे कारखाने बेचने की तैयारी है।