प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ‘मित्र’ कहे जाने से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एतराज जताते हुए एक बार फिर से उनपर निशाना साधा है। अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने भाषणों में इस्तेमाल की जाने वाली चालबाजी को समझते हैं क्योंकि वह लंबे समय से राजनीति में हैं।
“मैं इन सभी चालों को समझता हूं।”
अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी के भाषण के बाद उन्होंने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री को टैग किया और कहा कि उन्होंने चुनावी भाषण दिया था। उन्होंने कहा, ‘मैं इन सभी चालों को समझता हूं। मैं भी लंबे समय से राजनीति कर रहा हूं।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी ने मानगढ़ में खुद कहा था कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब अशोक गहलोत देश के सभी मुख्यमंत्रियों में सबसे वरिष्ठ थे।
क्या बोले थे प्रधानमंत्री मोदी।
प्रधान मंत्री ने सीएम गहलोत का स्वागत और अभिननदन करते हुए कहा कि गहलोतजी के हाथ में दो -दो लड्डू हैं। रेलमंत्री भी राजस्थान के हैं और रेलवे बोर्ड के चेयरमेन भी राजस्थान के हैं। इस अवसर पर सीएम गहलोत ने आदिवासी अंचल के बांसवाड़ा ,करौली और टोंक जैसे जिलों को जोड़ने की मांग की तो पीएम मोदी ने अब तक रेलवे में हो रही कथित राजनीति के बहाने पूर्ववर्ती सरकारों को निशाने पर ले लिया।
पीएम मोदी ने कहा -जो काम आजादी के तुरंत बाद होना चाहिए था वह अब तक नहीं पाया। लेकिन आपका मुझ पर इतना भरोसा है कि वो काम भी आज आपने मेरे सामने रखे हैं। आपका ये विश्वास ही मेरी मित्रता की ताकत है और एक मित्र के नाते आप जो भरोसा रखते हैं ,इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूँ।
“सीनियर मानते है तो अनुभव का फायदा ले। “
राजस्थान कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में रविवार (16 अप्रैल) को सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी के मित्र कहे जाने पर एतराज जताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में भी मैं वरिष्ठ सीएम था. अगर इतनी ही सीनियरिटी मानते हैं तो मेरी सरकार के बजट पर ध्यान दें. सीएम गहलोत ने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम को पूरे देश में लागू करने का फैसला क्यों नहीं लिया जा रहा है. मेरे अनुभव का फायदा लीजिए।