केंद्र सरकार ने 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की थी. इस स्कीम के तहत सरकार देश में एंटरप्रेन्योरशिप यानी स्वरोजगार को बढ़ावा देने की कोशिश करती है। वित्त मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अब तक आठ सालों में सरकार ने कुल 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को पीएम मुद्रा लोन के तहत 23.2 लाख करोड़ की राशि बांटी है। आइए जानते है कैसे आप भी अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पीएम मुद्रा योजना से लाभ ले सकते है।
महिलाओं को मिला बढ़ावा।
योजना के कुल लाभार्थियों में से आठ करोड़ (21 फीसदी) पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं। ये वे लोग हैं, जिनकी कारोबारी या व्यावसायिक पृष्ठभूमि नहीं रही है। इस योजना में शिशु ऋणों के त्वरित पुनर्भुगतान पर ब्याज में दो फीसदी की छूट भी मिलती है।
इस योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को अपना बिजनेस शुरू करने में मदद मिली है. इस। योजना के तहत सरकार ने 24 मार्च, 2023 तक दिए गए कुल लोन में 21 फीसदी लोन नए बिजनेस को दिया है. वहीं इसमें से 69 फीसदी लोन महिला उद्यमियों और अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को दिया गया है।
तीन तरह के ऋण।
योजना के तहत व्यवसाय की परिपक्वता स्थिति के आधार पर शिशु, किशोर व तरुण श्रेणियों में ऋण दिया जाता है। शिशु श्रेणी में 50,000 रुपये, किशोर श्रेणी में 5 लाख रुपये तक और तरुण श्रेणी में 10 लाख रुपये तक के ऋण दिए जाते हैं। कृषि से संबद्ध गतिविधियों जैसे- पोल्ट्री, डेयरी, मधुमक्खी पालन। इसके अलावा विनिर्माण, व्यापार और सेवा क्षेत्रों की गतिविधियों के लिए इस योजना के तहत ऋण दिया जाता है।
इन डॉक्युमेंट्स की होगी जरुरत।
पीएम मुद्रा लोन के लिए आपको आईडी प्रूफ के रूप में जरूरी डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड , पैन कार्ड , वोटर आईडी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी. इसके साथ ही आपको अपने बिजनेस का प्रूफ देने के लिए बिजनेस सर्टिफिकेट और बिजनेस एड्रेस की आवश्यकता पड़ेगी। इसके साथ ही आपको कम से कम दो पासपोर्ट की आवश्यकता भी पड़ेगी।