Water Bottle: आपने बहुत सी बार इस चीज को नोटिस किया होगा, कि जब भी आप बाहर से पानी की बोतल को खरीदते है. तो बोतलों पर अलग अलग रंगों के ढक्कन लगे होते है. कई बार आपके मन में इस बात को लेकर सवाल तो आता ही होगा. आखिर क्यों ऐसा किया जाता है. भारतीय मार्केट में बोतलबंद पानी की डिमांड काफी ज्यादा है. जहां पर लोग आज कल घर घर पानी पहुंचाने का काम भी करते है. इसके साथ ही हर जनरल स्टोर पर आपको बोतलबंद पानी मिल ही जाता है. तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस बात के बारे में जानकारी देने के लिए जा रहे है, कि आखिर क्यों पानी की बोतलों पर अलग अलग कलर का ढक्कन लगा होता है. तो आइए जानते है.
सबसे पहले तो आपको ये जान लेना चाहिए, कि ये बोतल का पानी आपके रेगुलर पानी से बिलकुल ही अलग होता है.साथ ही इनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम और सल्फेट की मात्रा होती है. जिसके कारण से इन पर अलग अलग रंगों के ढक्कन मौजुद होते है.
भातीय मार्केट में सबसे ज्यादा बोतलबंद पानी बिसलेरी कंपनी का बिकता है. जिसकी मार्केट में कुल हिस्सेदारी लगभग 5000 करोड़ रूपये तक की है. ऐसे में आपको बता दें,कि साल 2021 में सर्वे से पता चला था, कि भारत में पानी का मार्केट शेयर तकरीबन 20,000 करोड़ रूपये तक का है. जहां पर भारत की छोटे से छोटे जनरल स्टोर पर ये पानी की बंद बोतलें उपलब्ध होती है. लोगों अपनी सेहत के साथ कोई खिलवाड़ नही करते है, ऐसे में अक्सर वे रेगुलर वाॅटर की जगह पर मिनरल वाॅटर को पीना ही पसंद करते है. जिसके कारण से पानी का कारोबार भारत में इतना ज्यादा हो चुका है. तो ऐसे में आपको ये जरूर जान लेना चाहिए, कि आपकी सेहत के मुताबिक कौनसा पानी आपको पीना चाहिए. जो की आपके बोतल पर लगी हुए ढक्कनों से पता चल सकता है. तो आइए जानते है
काले रंग के ढक्कन का होता है ये मतलब
जब आप मार्केट में बोतलबंद पानी खरीदते है, और उस पर लगे ढक्कन का रंग काला होता है. तो आपको समझ जाना चाहिए, कि वह पानी एल्कलाइन वाॅटर है.
ग्रीन कलर का ढक्कन
अगर पानी की बोतल पर आपकेा ग्रीन कलर का ढक्कन देखनें केा मिलता है, तो इसका मतलब है, कि पानी में Flavour को मिलाया गया है.
नीले रंग का ढक्कन
यदि पानी की बोतल पर नीले रंग का ढक्कन लगा होता है. तो इसका मतलब है, कि बोतल में झरने का पानी भरा गया है.