उमेश पाल हत्याकांड तो बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अतीक और अशरफ के मरने के बाद शाइस्ता को पकड़ना बेहद जरूरी हो गया है। शाइस्ता अभी पुलिस की नजरो से दूर हैं।बेटे और पति की मौत के बाद भी शाइस्ता सामने नहीं आई हैं।आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता ने सूत्रधार की भूमिका निभाई. सभी शूटरों को पैसे देने से लेकर मोबाइल और सिम उपलब्ध कराने तक. चूंकि अतीक, अशरफ और असद का सफाया हो चुका है इसलिए अब शाइस्ता ही वो कड़ी है जो अतीक आपराधिक नेटवर्क की जानकारी दे सकती है, इसीलिए पुलिस के लिए शाइस्ता का पकड़ा जाना जरूरी है.चाहे बेटे का जनाजा हो या पति का.. शाइस्ता नहीं पहुंची. इस मामले में एक नया तर्क सामने आया है. बताया जाता है कि पति अतीक अहमद की हत्या के बाद शाइस्ता 4 महीने की इद्दत में है. इस्लाम में शरियत के मुताबिक, इद्दत में महिला के लिए गैर मर्दों से पर्दा भी जरूरी होता है.
पुलिस को अभी तक नही मिला सुराग।
शाइस्ता परवीन का पुलिस को अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है. पुलिस के मुताबिक, वह लगातार अपने ठिकाने बदल रही है. वह अकेली नहीं है. कुछ औरतें उसके साथ हैं जो हर वक्त बुर्के में रहती हैं. बेटे और पति की मौत के बाद भी वह सामने नहीं आई है.
अतीक अहमद के बेटे असद और पत्नी शाइस्ता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि अतीक के समर्थकों इस वीडियो शेयर कर रहे हैं. वीडियो में असद अपनी मां शाइस्ता के पास बैठा नजर आ रहा है. बुर्का में मौजूद शाइस्ता के हाथ में कुछ पेपर हैं. 12 सेकेंड वाला यह वीडियो कब का है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. वहीं, शाइस्ता परवीन की तलाश लगातार जारी है.
कहां छिपी है शाइस्ता ?
सवाल है कि क्या वो शाइस्ता परवीन इतनी चालाक है कि 55 दिन से ज्यादा वक्त तक पुलिस की आंखों में धूल झोंककर गायब रहे. एक खबर यह भी है कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर इस वक्त शाइस्ता का साया बनकर हिफाजत कर रहा है. शूटर साबिर और अतीक की बहन आयशा नूरी पिछले तीस दिन से शाइस्ता परवीन के ही साथ में हैं.
रोज मोबाइल फोन औऱ सिम भी बदलती हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शाइस्ता लगातार अपना ठिकाना बदल रही है. 19 फरवरी के बाद से वह किसी सीसीटीवी या किसी इलाके में शाइस्ता नहीं देखी गई है. उसने बुर्के को ही अपने छिपने को हथियार बनाया है. खबर है कि शाइस्ता के साथ अतीक की बहन आयशा नूरी और कई महिलाएं, लगातार बुरका पहने हुए घेरा बनाकर रहती हैं. जो न सिर्फ रोज अपना ठिकाना बदल रही हैं. बल्कि रोज मोबाइल फोन औऱ सिम भी बदलती हैं.
20 से अधिक मददगारों की शिनाख्त
शाइस्ता की तलाश में चार राज्यों में य़ूपी की पुलिस छापेमारी कर रही है. यूपी के कौशांबी, ग्रेटर नोएडा और मेरठ, दिल्ली के ओखला, महाराष्ट्र के मुम्बई और पश्चिम बंगाल के कुछ ठिकानों पर यूपी पुलिस ने छापा मारा है. यही नहीं 20 से ज्य़ादा ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया, जिन पर शक है कि उन्होंने शाइस्ता को छिपने में मदद की है.